केजरीवाल जी ने हरियाणा सरकार पर ‘यमुना में जहर घोलने’ का झूठा और शर्मनाक आरोप लगाया है। इस स्तर का आरोप तो पाकिस्तान ने भी भारत पर युद्ध के समय नहीं लगाया था। पर सर्जिकल स्ट्राइक और सबूत माँगने वाले केजरीवाल जी ने लगा दिया।
दिल्ली जल बोर्ड दावा
दिल्ली जल बोर्ड ने खुद इस दावे को खारिज कर दिया है। आपके अधिकारी ने इसे रोक लिया, लेकिन यह चुल्लू भर पानी नहीं था, जिसे हाथ से रोका जा सके। यह झूठ आम आदमी पार्टी की राजनीति की नई निकृष्टता और निम्नता का प्रमाण है।
अगर कोई कम पढ़ा-लिखा व्यक्ति यह बयान देता, तो इसे बहकावे में कही बात मान लिया जाता। पर स्वघोषित अत्यंत पढ़े-लिखे IIT ग्रेजुएट का ऐसा बयान बचकानी नहीं, बल्कि शरारतन और एक गहरे षड्यंत्र के तहत दिया गया प्रतीत होता है।
आगे कहा की,

अब बात दिल्ली के पानी की आ गई हैं तो
पानी का अर्थ सिर्फ जल ही नहीं, मान-सम्मान भी है।
केजरीवाल जी की पानी को लेकर यह ज़हरीली बानी सिर्फ भ्रम फैलाने के लिए दिया गया एक निम्नस्तरीय चुनावी बयान ही नहीं है बल्कि यह दिल्ली के प्रबुद्ध मतदाताओं को मूर्ख बनाने का एक कायराना और शातिराना प्रयास है, यह दिल्ली के जनमानस का अपमान है, और पूरे देश को सावधान रहने की जरूरत है : सुधांशु त्रिवेदी
‘रहिमन पानी राखिये, बिनु पानी सब सून।
पानी गए न ऊबरै, मोती, मानुष, चून।’