हिंदू मंदिरों पर सरकारी नियंत्रण क्यों?: देवकीनंदन ठाकुर जी

नई दिल्ली: प्रख्यात कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज ने हिंदू मंदिरों पर सरकारी नियंत्रण के मुद्दे को उठाते हुए कहा कि जब अन्य धर्मों के धार्मिक स्थलों पर सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं है, तो फिर हिंदू मंदिरों पर यह नियंत्रण क्यों?

सनातन धर्म के संरक्षण की अपील

देवकीनंदन ठाकुर जी ने सनातन धर्म के अनुयायियों से एकजुट होने और अपने धार्मिक स्थलों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त कराने के लिए आवाज उठाने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह हमारे धर्म और संस्कृति की रक्षा का समय है और हम सभी को मिलकर इसके लिए प्रयास करना चाहिए।

सरकारी नियंत्रण पर सवाल

ठाकुर जी ने कहा कि हिंदू मंदिरों की आय और व्यवस्थापन पर सरकार का नियंत्रण रहता है, जबकि चर्च, मस्जिद और गुरुद्वारों के मामलों में ऐसा कोई हस्तक्षेप नहीं होता। यह भेदभाव क्यों किया जा रहा है, इस पर अब चर्चा होनी चाहिए।

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सनातनी एकजुट हों

उन्होंने सनातन धर्म के अनुयायियों से आह्वान किया कि अपने मंदिरों को स्वतंत्र कराने और धार्मिक अधिकारों की रक्षा के लिए आगे आएं। इसके लिए एक सशक्त आंदोलन की जरूरत है, ताकि सरकार इस विषय पर उचित निर्णय ले सके।

क्या हिंदू मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त किया जाएगा? यह एक बड़ा सवाल है, जिस पर अब चर्चा तेज होती जा रही है।

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