Waqf Amendment Bill 2024: वक्फ संशोधन विधेयक 2024 को लेकर देश में चर्चा और विरोध दोनों तेज हो गए हैं। हाल ही में, 17 मार्च 2025 तक की ताजा जानकारी के अनुसार, इस विधेयक के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन देखने को मिले हैं। कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा कि 1995 का वक्फ कानून अपने आप में पूर्ण था और अगर इसमें कोई कमी थी, तो सरकार को केवल उन खामियों को दूर करना चाहिए था, न कि पूरे कानून को बदलना। उन्होंने केंद्र सरकार पर इस बदलाव के पीछे राजनीतिक मंशा होने का आरोप लगाया।
AIMPLB का देशव्यापी आंदोलन
इसके अलावा, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने इस विधेयक के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन की घोषणा की है। बोर्ड के प्रवक्ता सैयद कासिम रसूल इलियास ने कहा कि वे अपनी बात सरकार, संयुक्त संसदीय समिति (JPC), विपक्ष और जनता के सामने रख चुके हैं और अब उनके पास आंदोलन के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है। AIMPLB ने 13 मार्च से जंतर-मंतर पर बड़े प्रदर्शन की योजना बनाई है।
जेपीसी की मंजूरी और संसद में पेश होने की संभावना
जेपीसी ने जनवरी 2025 में इस विधेयक को मंजूरी दी थी, जिसमें 14 संशोधनों को स्वीकार किया गया, जबकि विपक्ष के सुझावों को खारिज कर दिया गया। सरकार का कहना है कि यह विधेयक वक्फ बोर्ड में पारदर्शिता और जवाबदेही लाने के लिए है, वहीं विपक्ष इसे मुस्लिम समुदाय के अधिकारों पर हमला बता रहा है। विधेयक को अब बजट सत्र के दूसरे चरण में संसद में पेश किए जाने की संभावना है। इस मुद्दे पर सियासी गर्मी और सामाजिक तनाव बढ़ता जा रहा है।