नई दिल्ली: शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के सांसद संजय राउत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले को लेकर एक विवादास्पद बयान दिया है। राउत ने दावा किया कि इस हमले में आतंकवादियों ने लोगों को उनका धर्म पूछकर नहीं मारा था, जैसा कि कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया था। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर आरोप लगाया कि वह इस हमले को सांप्रदायिक रंग देकर देश में “गोधरा जैसी स्थिति” पैदा करने की साजिश रच रही थी। इस बयान ने सियासी हलकों में तीखी प्रतिक्रियाएं उत्पन्न की हैं।
पहलगाम हमले का विवरण
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में बायसरण घाटी के पास पांच हथियारबंद आतंकवादियों ने पर्यटकों पर हमला किया था। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर हिंदू पर्यटक थे, साथ ही एक ईसाई पर्यटक और एक स्थानीय मुस्लिम भी शामिल थे। द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF), जो पाकिस्तान समर्थित लश्कर-ए-तैयबा का सहयोगी संगठन है, ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। कई पीड़ितों के परिजनों और प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया था कि आतंकियों ने हमले से पहले लोगों से उनका धर्म पूछा था और हिंदुओं को निशाना बनाया था।
संजय राउत का बयान
राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल के पॉडकास्ट में बोलते हुए संजय राउत ने कहा, “पहलगाम में आतंकवादियों ने धर्म पूछकर लोगों को नहीं मारा था। BJP ने इस हमले को सांप्रदायिक रंग देकर अपना नैरेटिव सेट किया। यह उनका प्रोपगैंडा था, जिसके जरिए वे देश में गोधरा जैसी स्थिति पैदा करना चाहते थे।” राउत ने अपने दावे का समर्थन करते हुए कहा, “यह ऑन रिकॉर्ड है। एक मारे गए सैनिक की पत्नी ने भी कहा कि धर्म कोई कारक नहीं था। हमने कई लोगों से बात की, और यह स्पष्ट है कि BJP ने इस हमले को सांप्रदायिक बनाने की कोशिश की, लेकिन पीड़ितों के परिजनों ने इसे विफल कर दिया।”
पॉडकास्ट में अन्य नेताओं की प्रतिक्रिया
पॉडकास्ट में तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद सागरिका घोष और कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई भी मौजूद थे। सागरिका ने राउत के बयान का समर्थन करते हुए कहा, “पहलगाम हमले को सांप्रदायिक राजनीति का मुद्दा नहीं बनाना चाहिए। यह हम सभी के लिए एक दुखद घटना है। मरने वालों के सम्मान में हमें इस पर राजनीति से बचना चाहिए।” गौरव गोगोई ने इस मुद्दे पर तथ्यों की जांच पर जोर दिया और कहा कि सरकार को हमले के पीछे की सच्चाई को सामने लाना चाहिए।
BJP की प्रतिक्रिया
BJP ने राउत के बयान को “अपमानजनक और गैर-जिम्मेदाराना” करार दिया है। पार्टी प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा, “कांग्रेस और सपा जैसे दल पीड़ितों के बयानों का अपमान कर रहे हैं और पाकिस्तान को क्लीन चिट देने की कोशिश कर रहे हैं। यह वही रणनीति है जो 26/11 हमले के बाद अपनाई गई थी।” BJP ने दावा किया कि हमले में आतंकियों ने स्पष्ट रूप से धर्म के आधार पर लोगों को निशाना बनाया, जैसा कि पीड़ितों के परिजनों ने बताया।