स्विस बैंकों में भारतीयों का पैसा 37,600 करोड़ पहुंचा, 2024 में तीन गुना वृद्धि

नई दिल्ली: स्विट्जरलैंड के बैंकों में भारतीयों की जमा राशि 2024 में तीन गुना बढ़कर 3.5 अरब स्विस फ्रैंक (लगभग 37,600 करोड़ रुपये) हो गई। स्विस नेशनल बैंक (SNB) के 19 जून 2025 को जारी वार्षिक आंकड़ों के अनुसार, यह 2023 के 1.04 अरब स्विस फ्रैंक की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि है। यह 2021 के बाद सबसे अधिक जमा राशि है, जब यह 14 साल के उच्चतम स्तर 3.83 अरब स्विस फ्रैंक पर थी। स्थानीय शाखाओं और अन्य वित्तीय संस्थानों के माध्यम से जमा धन में भारी उछाल इस बढ़ोतरी का मुख्य कारण रहा।

जमा राशि का ब्योरा

SNB के आंकड़ों के अनुसार, ग्राहक खातों में जमा धन केवल 11% बढ़ा और यह 34.6 करोड़ स्विस फ्रैंक (लगभग 3,675 करोड़ रुपये) रहा, जो कुल राशि का दसवां हिस्सा है। शेष राशि में 3.02 अरब स्विस फ्रैंक अन्य बैंकों के माध्यम से, 4.1 करोड़ स्विस फ्रैंक ट्रस्टों के जरिए, और 13.5 करोड़ स्विस फ्रैंक बॉन्ड व प्रतिभूतियों के रूप में जमा हुए। 2023 में ग्राहक जमा 31 करोड़ और अन्य बैंकों के माध्यम से 42.7 करोड़ स्विस फ्रैंक थे।

काला धन नहीं: SNB

स्विस अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह राशि, जिसमें व्यक्तियों, बैंकों और कंपनियों की जमा शामिल है, काला धन नहीं मानी जा सकती। आंकड़ों में तीसरे देश की संस्थाओं के नाम पर रखी गई राशि शामिल नहीं है। भारत और स्विट्जरलैंड 2018 से टैक्स जानकारी का स्वचालित आदान-प्रदान कर रहे हैं, और सितंबर 2019 से भारतीय खातों की विस्तृत जानकारी भारत को मिल रही है। वित्तीय अनियमितताओं के सैकड़ों मामलों में भी सूचनाएं साझा की गई हैं।

ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य

2006 में भारतीयों की जमा राशि 6.5 अरब स्विस फ्रैंक के रिकॉर्ड स्तर पर थी। 2011, 2013, 2017, 2020, और 2021 को छोड़कर इसमें कमी आई। 2023 में 70% और 2022 में 11% की गिरावट के बाद 2024 में यह फिर बढ़ी। बैंक फॉर इंटरनेशनल सेटलमेंट (BIS) के आंकड़ों में 2024 में 6% वृद्धि दिखी, जो 7.48 करोड़ अमेरिकी डॉलर (लगभग 650 करोड़ रुपये) रही। BIS आंकड़े 2007 में 2.3 अरब डॉलर के शीर्ष पर थे।

वैश्विक और क्षेत्रीय तुलना

स्विस बैंकों में विदेशी जमा में ब्रिटेन 222 अरब स्विस फ्रैंक के साथ पहले, अमेरिका (89 अरब) दूसरे, और वेस्टइंडीज (68 अरब) तीसरे स्थान पर है। भारत 48वें स्थान पर है, जो 2023 में 67वां और 2022 में 46वां था। पाकिस्तान की जमा राशि 28.6 करोड़ से घटकर 27.2 करोड़ स्विस फ्रैंक रही, जबकि बांग्लादेश की 1.8 करोड़ से बढ़कर 58.9 करोड़ स्विस फ्रैंक हो गई।

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