बक्सर: बिहार के बक्सर की पावन धरती पर पूज्य श्री देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज के नेतृत्व में एक भव्य सनातन यात्रा निकाली गई। इस विशाल यात्रा में हजारों सनातनियों ने भाग लेकर सनातन धर्म के संरक्षण के लिए “सनातन बोर्ड” के गठन और मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि के पुनर्निर्माण की मांग को जोरदार तरीके से उठाया। यह यात्रा सनातन चेतना की गर्जना बनकर उभरी, जिसमें समाज के हर वर्ग और आयु के लोगों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया।
सनातन धर्म की गहरी जड़ें
बक्सर के आईटीआई मैदान से शुरू हुई इस यात्रा में बच्चे, युवा, महिलाएं और बुजुर्ग सभी शामिल हुए, जो सनातन धर्म की एकता और इसके जनमानस में गहरे प्रभाव का प्रमाण है। यात्रा के दौरान “हर हिंदू की यही पुकार, सनातन बोर्ड दे सरकार” जैसे नारे गूंजे, जो सनातनियों की एकजुटता और दृढ़ संकल्प को दर्शाते हैं। पूज्य देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि सनातन बोर्ड मंदिरों की स्वायत्तता, पूजा की पवित्रता और धार्मिक संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।
श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति का आह्वान
यात्रा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि के पुनर्निर्माण की मांग ने विशेष रूप से ध्यान खींचा। ठाकुर जी ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि जिस तरह अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हुआ, वैसे ही मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि को मुक्त करना सनातनियों का संकल्प है। उन्होंने सभी सनातनियों से एकजुट होकर इस मांग को सरकार तक पहुंचाने का आह्वान किया।
आध्यात्मिक और सामाजिक एकता का संदेश
यह सनातन यात्रा न केवल धार्मिक, बल्कि सामाजिक एकता का भी प्रतीक बनी। बक्सर की सड़कों पर भगवा झंडों और सनातन धर्म के नारों के बीच श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बनता था। देवकीनंदन ठाकुर ने कहा, “सनातन धर्म हमारी पहचान है, और इसकी रक्षा हमारा कर्तव्य।” यात्रा ने सनातनियों को एक मंच पर लाकर धर्म, संस्कृति और आस्था के प्रति उनके दायित्व को और मजबूत किया।