नई दिल्ली: संसद के मानसून सत्र का आज 25 जुलाई पांचवां दिन है, लेकिन बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन संशोधन (SIR) को लेकर विपक्ष का आक्रामक रुख जारी है। विपक्षी सांसदों ने SIR को दलित, आदिवासी और गरीब समुदायों के मतदाताओं को वोटिंग अधिकार से वंचित करने की साजिश करार दिया है। हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही आज दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई।
विपक्ष का प्रोटेस्ट मार्च
विपक्षी गठबंधन INDIA ब्लॉक ने बिहार SIR के खिलाफ संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष प्रोटेस्ट मार्च निकाला। इसमें लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे शामिल हुए। गुरुवार को भी कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मकर द्वार पर प्रदर्शन में हिस्सा लिया था, जहां प्रियंका गांधी ने ‘खतरे में लोकतंत्र’ लिखा पोस्टर लहराया। विपक्ष का आरोप है कि SIR अभियान बिहार विधानसभा चुनावों से पहले मतदाता सूची में हेरफेर का प्रयास है।
SIR पर सियासी घमासान
बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले शुरू हुआ SIR अभियान विवादों में है। विपक्ष का दावा है कि इस प्रक्रिया में लाखों मतदाताओं, खासकर दलित और आदिवासी समुदायों के नाम काटे जा रहे हैं। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने कहा, “यह लोकतंत्र की हत्या है।” पूर्व चुनाव आयुक्त अशोक लवासा ने भी SIR को “अचानक और आक्रामक” बताते हुए इसकी निष्पक्षता पर सवाल उठाए। दूसरी ओर, चुनाव आयोग और JDU ने प्रक्रिया को पारदर्शी और अवैध वोटरों को हटाने के लिए जरूरी बताया।
ऑपरेशन सिंदूर और अन्य मुद्दों पर चर्चा की मांग
विपक्ष न केवल SIR, बल्कि पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर भी चर्चा चाहता है। सरकार ने 28 जुलाई को लोकसभा और 29 जुलाई को राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर 16-16 घंटे की बहस के लिए सहमति दी है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह इस दौरान सवालों का जवाब देंगे। हालांकि, विपक्ष की मांग है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं जवाब दें।
सत्र में अब तक की स्थिति
मानसून सत्र के पहले चार दिन हंगामे की भेंट चढ़ चुके हैं। विपक्ष ने नियम 267 के तहत नोटिस और स्थगन प्रस्ताव देकर चर्चा की मांग की, लेकिन हंगामे के कारण दोनों सदनों की कार्यवाही बार-बार स्थगित हुई। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, “सरकार सभी मुद्दों पर नियमों के तहत चर्चा को तैयार है।” सत्र 21 अगस्त तक चलेगा, लेकिन विपक्ष और सरकार के बीच तनाव के चलते सुचारु कार्यवाही की उम्मीद कम है।
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