अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के अतरौली कस्बे में 14 अप्रैल, 2025 की रात ख्वाजा होटल में हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीरों और भारत माता की आरती वाले कागज को नैपकिन के रूप में इस्तेमाल करने का मामला सामने आया। इस घटना ने स्थानीय हिंदू संगठनों, विशेष रूप से बजरंग दल, में भारी आक्रोश पैदा किया। कार्यकर्ताओं ने होटल पर पहुंचकर हंगामा किया और संचालक मोहम्मद सलीम पर धार्मिक प्रतीकों का अपमान करने का आरोप लगाया।
नॉन-वेज के साथ परोसे गए आपत्तिजनक नैपकिन
ख्वाजा होटल, जो सुभाष चौक पर स्थित है, में ग्राहकों को बिरयानी और अन्य नॉन-वेज व्यंजनों के साथ ये नैपकिन दिए जा रहे थे। शिकायतकर्ताओं का कहना है कि नॉन-वेज परोसने वाले स्थान पर पवित्र चित्रों का इस तरह इस्तेमाल न केवल अपमानजनक है, बल्कि जानबूझकर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की साजिश भी प्रतीत होती है। हिंदू संगठनों ने इसे सनातन धर्म के प्रति घृणा का प्रतीक बताया।
पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई
हंगामे की सूचना मिलते ही अतरौली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। हिंदू संगठनों की शिकायत के आधार पर होटल संचालक मोहम्मद सलीम को शांति भंग करने की धाराओं (भादंसं की धारा 295A) के तहत गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने आपत्तिजनक टीशू पेपर जब्त कर जांच शुरू कर दी है। अलीगढ़ पुलिस ने सोशल मीडिया पर बयान जारी कर कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की गई।
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जमानत और बढ़ता विवाद
हालांकि, संचालक सलीम को कोर्ट ने बाद में जमानत दे दी, जिससे कुछ हिंदू संगठनों में नाराजगी देखी गई। सोशल मीडिया पर इस घटना ने तूल पकड़ लिया, जहां कई यूजर्स ने इसे हिंदू आस्था के अपमान का मामला बताया। कुछ ने सवाल उठाया कि अगर यह किसी अन्य धर्म के प्रतीकों के साथ हुआ होता, तो क्या प्रतिक्रिया वैसी ही होती। इस घटना ने अलीगढ़ में सांप्रदायिक तनाव को बढ़ा दिया है, और पुलिस ने इलाके में अतिरिक्त बल तैनात कर शांति बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।