अयोध्या: अयोध्या के श्री राम जन्मभूमि मंदिर में आज से राम दरबार और अन्य मंदिरों में प्राण प्रतिष्ठा के लिए विशेष अनुष्ठान शुरू हो गए। सरयू आरती स्थल से सुबह 4 बजे भव्य जल कलश यात्रा निकाली गई, जो राम पथ, हनुमान गढ़ी होते हुए यज्ञशाला पहुंची। इस दौरान देश भर से आए संतों और धार्मिक नेताओं ने हिस्सा लिया।
राम दरबार और मूर्ति स्थापना
राम मंदिर की पहली मंजिल पर संगमरमर से बने राम दरबार की मूर्ति स्थापित की जाएगी। साथ ही जटायु, तुलसीदास, वाल्मीकि, वशिष्ठ, विश्वामित्र, शबरी, और अहिल्या की मूर्तियां भी परिसर में स्थापित होंगी। परकोटा के कोनों पर शिवलिंग (ईशान कोण), गणेश (अग्नि कोण), हनुमान (दक्षिणी भुजा), सूर्य देव (नैऋत्य कोण), अन्नपूर्णा (उत्तरी भुजा), और भगवती की मूर्तियों का अभिषेक होगा।
अनुष्ठान का कार्यक्रम
3-4 जून को सुबह 6:30 बजे से 12 घंटे तक वैदिक पूजा होगी। 5 जून को अभिजीत मुहूर्त में सुबह 11:00 बजे राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा होगी। 101 वैदिक विद्वान इस अनुष्ठान में शामिल होंगे। 6 जून से श्रद्धालु राम दरबार के दर्शन कर सकेंगे, हालांकि पहली मंजिल पर सीमित संख्या में ही प्रवेश मिलेगा।
ट्रस्ट की व्यवस्था
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मेहमानों के लिए मंदिर परिसर में सुबह का जलपान और दोपहर का भोजन व्यवस्थित किया है। रात का भोजन आश्रमों में होगा। ट्रस्ट ने 5,000 लोगों के लिए अंगद टीला पर टेंट की व्यवस्था की है। X पर @indiatvnews ने इसे भव्य आयोजन करार दिया।