राहुल गांधी ने मानी गलती: ‘OBC के हितों की रक्षा नहीं कर सका, अब सुधारूंगा’

नई दिल्ली : लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने 25 जुलाई 2025 को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित ‘भागीदारी न्याय सम्मेलन’ में स्वीकार किया कि उन्होंने अपने 21 साल के राजनीतिक करियर में अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के हितों की पर्याप्त रक्षा नहीं की। उन्होंने इसे अपनी व्यक्तिगत गलती बताते हुए कहा कि वह अब इस कमी को सुधारने के लिए प्रतिबद्ध हैं। राहुल ने विशेष रूप से जाति जनगणना न कराने को अपनी भूल करार दिया और इसे तत्काल लागू करने का संकल्प लिया।

OBC के मुद्दों की अनदेखी

राहुल गांधी ने कहा, “2004 से राजनीति में हूं, और आत्म-विश्लेषण करने पर मुझे लगता है कि मैंने OBC के हितों की रक्षा में कमी छोड़ी। दलित और आदिवासी मुद्दे स्पष्ट हैं, लेकिन OBC की समस्याएं छिपी रहती हैं। अगर मुझे उनके इतिहास और मुद्दों की गहरी समझ होती, तो मैं पहले ही जाति जनगणना करवा लेता। यह मेरी गलती है, कांग्रेस की नहीं।” उन्होंने तेलंगाना में हाल ही में हुई जाति जनगणना को ‘राजनीतिक भूकंप’ करार देते हुए कहा कि यह देश में सामाजिक न्याय की दिशा में बड़ा कदम है।

तेलंगाना मॉडल और भविष्य की योजना

राहुल ने तेलंगाना की जाति जनगणना का हवाला देते हुए कहा कि यह देश की राजनीति को हिला देगा। “तेलंगाना में डेटा से पता चला कि बड़े कॉर्पोरेट पैकेज केवल सवर्णों को मिल रहे हैं, जबकि OBC, दलित और आदिवासी मनरेगा की कतारों में हैं। हम कांग्रेस शासित सभी राज्यों में जाति जनगणना और जनसंख्या का एक्स-रे करेंगे,” उन्होंने कहा। राहुल ने यह भी जोड़ा कि पहले जनगणना हुई होती तो वह तेलंगाना जैसे प्रभावी ढंग से नहीं हो पाती।

बिहार चुनाव और OBC वोट बैंक

बिहार के 2023 जाति सर्वेक्षण में OBC की हिस्सेदारी 63% बताई गई है, जो इसे महत्वपूर्ण वोट बैंक बनाता है। बिहार विधानसभा चुनाव (अक्टूबर-नवंबर 2025) से पहले राहुल गांधी का यह बयान OBC मतदाताओं को एकजुट करने और BJP के वोट बैंक में सेंध लगाने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को केवल 8% OBC वोट मिले थे, जबकि BJP को इस वर्ग का बड़ा समर्थन हासिल हुआ था। राहुल की यह पहल कांग्रेस के खोए वोट बैंक को वापस लाने का प्रयास है।

BJP-RSS पर निशाना

राहुल ने BJP और RSS पर OBC इतिहास को दबाने और उनकी मेहनत का फल न देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “OBC देश की उत्पादक शक्ति है, लेकिन उनकी मेहनत का सम्मान नहीं मिलता। हमारा लक्ष्य उन्हें सम्मान और हिस्सेदारी दिलाना है।” उन्होंने यह भी कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालयों में OBC के लिए 80% प्रोफेसर पद खाली रखे गए हैं, जो ‘संस्थागत मनुवाद’ का सबूत है।

कांग्रेस की नई रणनीति

राहुल गांधी का यह बयान कांग्रेस की सामाजिक न्याय रणनीति का हिस्सा है, जिसमें जाति जनगणना और 50% आरक्षण सीमा को तोड़ने पर जोर है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी सम्मेलन में BJP पर OBC, SC/ST और महिलाओं के वोटिंग अधिकार छीनने का आरोप लगाया। यह कदम 2025 के राज्य चुनावों और 2029 के लोकसभा चुनाव की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है।

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