हिसार: हरियाणा के हिसार में डॉ. बीआर अंबेडकर की 135वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर तुष्टीकरण की राजनीति करने का गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कांग्रेस को चुनौती दी कि यदि वह मुसलमानों के प्रति इतनी सहानुभूति रखती है, तो किसी मुस्लिम नेता को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त करे। पीएम ने कहा, “50 प्रतिशत सीटें मुसलमानों को दीजिए, दिखाइए आपकी सच्चाई।” उन्होंने कांग्रेस के वक्फ संशोधन अधिनियम, 2025 के विरोध को कट्टरपंथियों का समर्थन करार दिया।
वक्फ कानून पर कांग्रेस को घेरा
मोदी ने कहा कि नया वक्फ अधिनियम वक्फ की पवित्र भावना का सम्मान करता है और मुस्लिम समाज के गरीब, पसमांदा, महिलाओं और बच्चों के अधिकारों की रक्षा करता है। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसने हमेशा कट्टरपंथियों को खुश करने की नीति अपनाई, जिससे समाज का बड़ा वर्ग उपेक्षित रहा। पीएम ने जोर देकर कहा कि नया कानून आदिवासी जमीनों पर वक्फ बोर्ड के हस्तक्षेप को रोकता है, जो सामाजिक न्याय की दिशा में एक बड़ा कदम है।
संविधान के अपमान का आरोप
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर संविधान को सत्ता हासिल करने का हथियार बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने आपातकाल का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस ने संविधान को रौंदा। मोदी ने समान नागरिक संहिता की वकालत की, जिसे उन्होंने धर्मनिरपेक्ष नागरिक संहिता बताया, और कहा कि उत्तराखंड में इसे लागू किया गया, लेकिन कांग्रेस इसका विरोध करती रही।
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अंबेडकर के अपमान का जिक्र
मोदी ने कांग्रेस पर बाबासाहेब अंबेडकर के साथ दुर्व्यवहार का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अंबेडकर को दो बार चुनाव हारने पर मजबूर किया और उनके जीवित रहते उनका अपमान किया। पीएम ने जोर देकर कहा कि उनकी सरकार अंबेडकर के संघर्ष से प्रेरित है और उनके सपनों को साकार करने के लिए काम कर रही है। यह बयान कांग्रेस और बीजेपी के बीच चल रही तीखी राजनीतिक जंग को और तेज करता है।