पहलगाम: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार, 22 अप्रैल 2025 को हुए भीषण आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई, जिसमें ज्यादातर पर्यटक थे। यह 2019 के पुलवामा हमले के बाद घाटी का सबसे घातक हमला है। हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के सहयोगी संगठन द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली है। हमले में दो विदेशी नागरिकों सहित कई लोग घायल हुए, जिनका इलाज जारी है।
पीएम मोदी ने सऊदी यात्रा रद्द कर लौटे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो सऊदी अरब में दो दिवसीय यात्रा पर थे, ने हमले की खबर मिलते ही अपनी यात्रा बीच में छोड़ दी। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, वह बुधवार रात को लौटने वाले थे, लेकिन मंगलवार रात को ही जेद्दा से दिल्ली के लिए रवाना हो गए। सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ उनकी बैठक दो घंटे विलंब से शुरू हुई, और उन्होंने आधिकारिक रात्रिभोज सहित अन्य कार्यक्रम रद्द कर दिए। सऊदी अरब ने भी हमले की निंदा की और भारत के प्रति एकजुटता व्यक्त की।
दिल्ली में आपात बैठक, सीसीएस की बैठक आज
दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरते ही पीएम मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश मंत्री एस जयशंकर और विदेश सचिव विक्रम मिस्री के साथ आपात बैठक की। बुधवार सुबह 11 बजे सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक 7 लोक कल्याण मार्ग पर होगी, जिसमें जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति पर चर्चा होगी।
कठोर कार्रवाई का संकल्प
पीएम मोदी ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा, “पहलगाम में हुए इस जघन्य आतंकी हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। आतंकवाद के खिलाफ हमारा संकल्प अटल है।” उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार शाम श्रीनगर पहुंचे, जहां जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी नलिन प्रभात ने उन्हें स्थिति से अवगत कराया। शाह ने कहा, “इस कायरतापूर्ण हमले के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।”
हमले का विवरण और वैश्विक प्रतिक्रिया
हमला पहलगाम के बाईसारन घास के मैदान में दोपहर 2:30 बजे हुआ, जहां आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की। इलाका पैदल या घोड़े से ही पहुंचा जा सकता है, जिससे बचाव कार्य जटिल हो गया। सेना, पुलिस और सीआरपीएफ ने क्षेत्र को घेर लिया है, और एनआईए जांच के लिए श्रीनगर पहुंची है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बनीज सहित कई वैश्विक नेताओं ने हमले की निंदा की और भारत के प्रति समर्थन जताया।
जम्मू-कश्मीर में बंद का आह्वान
हमले के विरोध में जम्मू और कश्मीर में बुधवार को बंद का आह्वान किया गया है। स्कूल, दुकानें और निजी संस्थान बंद रहेंगे। जम्मू चैंबर ऑफ कॉमर्स और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने बंद को समर्थन दिया है।