चेन्नई : राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने तमिलनाडु में IIT मद्रास के 62वें दीक्षांत समारोह में ऑपरेशन सिंदूर के बारे में खुलकर बात की और विदेशी मीडिया की कवरेज पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने न्यूयॉर्क टाइम्स जैसे मीडिया संस्थानों को चुनौती देते हुए कहा कि वे भारत को हुए किसी भी नुकसान की एक तस्वीर दिखाएं, जबकि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के 13 एयरबेस की ‘बिफोर एंड आफ्टर’ तस्वीरें दुनिया के सामने रखीं। डोभाल ने स्वदेशी तकनीक की ताकत और ऑपरेशन की सटीकता पर गर्व जताया।
ऑपरेशन सिंदूर: 23 मिनट में 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक हमला
डोभाल ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर, जो 7 मई 2025 की रात को शुरू हुआ, भारत की सैन्य क्षमता और स्वदेशी तकनीक का शानदार प्रदर्शन था। यह ऑपरेशन 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब था, जिसमें पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने 26 लोगों की हत्या की थी। डोभाल ने कहा, “हमने पाकिस्तान के भीतर और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। हमारा एक भी निशाना चूका नहीं। हमने कहीं और हमला नहीं किया। यह इतना सटीक था कि हमें पता था कि कौन कहां है। पूरा ऑपरेशन सिर्फ 23 मिनट में पूरा हुआ।”
उन्होंने ऑपरेशन में इस्तेमाल हुए स्वदेशी हथियारों, जैसे ब्रह्मोस मिसाइल, रडार, और एकीकृत हवाई नियंत्रण प्रणालियों की सराहना की। डोभाल ने कहा, “हम गर्व महसूस करते हैं कि ऑपरेशन सिंदूर में कितनी स्वदेशी तकनीक का उपयोग हुआ। यह आत्मनिर्भर भारत का जीवंत उदाहरण है।”
विदेशी मीडिया पर डोभाल का हमला
डोभाल ने न्यूयॉर्क टाइम्स और अन्य विदेशी मीडिया पर ऑपरेशन सिंदूर की कवरेज को लेकर गलत और भ्रामक खबरें फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “विदेशी प्रेस ने कहा कि पाकिस्तान ने ये किया, वो किया। मैं उनसे पूछता हूं, एक तस्वीर दिखाएं जिसमें भारत को कोई नुकसान हुआ हो, एक शीशा भी टूटा हो। लेकिन तस्वीरें तो यह दिखाती हैं कि 10 मई से पहले और बाद में पाकिस्तान के 13 एयरबेस—सरगोधा, रहीम यार खान, चकलाला—को भारी नुकसान हुआ।”
डोभाल ने जोर देकर कहा कि भारत की वायु रक्षा प्रणालियों ने पाकिस्तान के जवाबी ड्रोन और मिसाइल हमलों को पूरी तरह नाकाम कर दिया। उन्होंने चुनौती दी, “सैटेलाइट युग में, अगर भारत को कोई नुकसान हुआ होता, तो उसकी तस्वीरें सामने होतीं। लेकिन ऐसी कोई तस्वीर नहीं है।”
ऑपरेशन सिंदूर का विवरण
ऑपरेशन सिंदूर भारत की ओर से पहलगाम आतंकी हमले का जवाब था, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा की शाखा ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने शुरुआत में जिम्मेदारी ली थी, लेकिन बाद में इससे इनकार कर दिया। 6-7 मई की रात को भारतीय वायुसेना ने जैश-ए-मोहम्मद के बहावलपुर मुख्यालय और लश्कर-ए-तैयबा के मुरिदके बेस सहित 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक हवाई और मिसाइल हमले किए। इस ऑपरेशन में 100 से अधिक आतंकियों के मारे जाने की खबर है। 9-10 मई की रात को भारत ने पाकिस्तान के 11 एयरबेस पर जवाबी हमले किए, जिससे पाकिस्तान की हवाई रक्षा प्रणाली को भारी नुकसान हुआ।
स्वदेशी तकनीक और आत्मनिर्भरता पर जोर
डोभाल ने IIT के छात्रों को संबोधित करते हुए स्वदेशी तकनीक के महत्व पर बल दिया। उन्होंने कहा, “हमें अपनी संचार प्रणालियों को पूरी तरह स्वदेशी बनाना होगा। यह डेटा सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए जरूरी है।” उन्होंने भारत के निजी क्षेत्र की तारीफ की, जिसने 2.5 साल में स्वदेशी 5G विकल्प विकसित किया, जबकि चीन ने 12 साल और 300 अरब डॉलर खर्च किए। डोभाल ने कहा, “AI गेम-चेंजर है। हमें उभरती तकनीकों को जल्द अपनाना होगा।”
उन्होंने भारत की सभ्यता और इतिहास का जिक्र करते हुए कहा, “आप एक ऐसे देश और सभ्यता से हैं, जो हजारों सालों से लुटा, अपमानित हुआ। हमारे पूर्वजों ने अपार कष्ट सहे, लेकिन इस सभ्यता को जिंदा रखा। 2047 में जब भारत अपनी आजादी के 100 साल मनाएगा, तब आप अपने करियर के शिखर पर होंगे। यह आपकी जिम्मेदारी है कि देश को आगे ले जाएं।”
यह भी पढ़े – 45 वर्षीय व्यक्ति ने 6 साल की बच्ची से की शादी, तालिबान ने कहा- ‘9 साल की होने तक इंतजार करें’