Mock drill: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भारत-पाक तनाव के बीच आज शाम 4 बजे से देश के 244 स्थानों पर ‘ऑपरेशन अभ्यास’ के तहत मॉक ड्रिल होगी। इसका मकसद जनता को हवाई हमले, ब्लैकआउट और आपातकालीन निकासी की स्थिति में तैयार करना है। 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, के जवाब में भारत ने 6-7 मई को 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया। अब नागरिकों की सुरक्षा के लिए यह अभ्यास जरूरी हो गया है।
क्या होगा ड्रिल में?
मॉक ड्रिल में हवाई हमले के सायरन, बिजली बंद होने की स्थिति, और सुरक्षित निकासी का अभ्यास होगा। स्कूल, कॉलेज, NCC, NSS और होम गार्ड के स्वयंसेवक इसमें शामिल होंगे। गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को अलर्ट रहने और स्थानीय प्रशासन के निर्देश मानने को कहा है।
इमरजेंसी के लिए 5 जरूरी चीजें
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बैटरी/हैंड-क्रैंक रेडियो: सरकारी सूचनाओं के लिए, जब इंटरनेट और मोबाइल बंद हों।
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सोलर पावर बैंक: मोबाइल, टॉर्च और रेडियो चार्ज करने के लिए।
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पोर्टेबल वॉटर प्यूरीफायर: साफ पानी की कमी होने पर जीवन रक्षक।
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LED टॉर्च/हेडलैम्प: ब्लैकआउट या कर्फ्यू में रोशनी के लिए।
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इमरजेंसी मेडिकल किट: बेसिक दवाएं, थर्मामीटर, ऑक्सीमीटर रखें।
क्यों जरूरी है तैयारी?
पहलगाम हमले के बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने आतंकवाद को करारा जवाब दिया, लेकिन सीमा पर तनाव बरकरार है। रक्षा विशेषज्ञ अजय सिंह ने कहा, “नागरिकों की तैयारियां युद्ध जैसी स्थिति में नुकसान को कम करेंगी।” गृह मंत्रालय ने अपील की है कि लोग ड्रिल को गंभीरता से लें और स्थानीय प्रशासन के साथ सहयोग करें।
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