Maharajganj News: उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले के भईया फरेंदा क्षेत्र में रविवार देर रात एक हैरान करने वाला हादसा हुआ, जब एक कार निर्माणाधीन फ्लाईओवर के किनारे जाकर हवा में लटक गई। यह घटना गोरखपुर-सोनौली नेशनल हाईवे (NH-24) पर हुई, जहां कार चालक गूगल मैप के निर्देशों का पालन कर रहा था। गनीमत रही कि कार में सवार तीनों लोग सुरक्षित बच गए, लेकिन इस घटना ने निर्माण एजेंसी की लापरवाही और नेविगेशन ऐप्स की खामियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
हादसे का विवरण
जानकारी के अनुसार, लखनऊ नंबर प्लेट वाली कार नेपाल से गोरखपुर की ओर जा रही थी। रात करीब 1 बजे चालक ने गूगल मैप के आधार पर रास्ता चुना, जो उसे भईया फरेंदा के पास निर्माणाधीन फ्लाईओवर पर ले गया। अंधेरे में और बिना किसी चेतावनी बोर्ड या बैरिकेडिंग के, चालक को अधूरा फ्लाईओवर दिखाई नहीं दिया। जैसे ही उसने रास्ता खत्म होते देखा, उसने तुरंत ब्रेक लगाया, लेकिन कार का अगला हिस्सा फ्लाईओवर के किनारे पर लटक गया। नीचे मौजूद मिट्टी के ढेर ने कार को पूरी तरह गिरने से बचा लिया।
स्थानीय लोगों ने लगाए लापरवाही के आरोप
स्थानीय लोगों का कहना है कि निर्माण स्थल पर न तो कोई चेतावनी बोर्ड था, न ही बैरिकेडिंग, और न ही कोई डायवर्जन संकेत। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “फ्लाईओवर का एक हिस्सा पूरा दिखता है, लेकिन दूसरा हिस्सा अधूरा है। रात के अंधेरे में कोई संकेत नहीं होने से कोई भी चालक गलती कर सकता है।” लोगों ने निर्माण एजेंसी और जिला प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। कुछ ने तो ठेकेदार के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग भी की है।
बचाव कार्य और पुलिस की कार्रवाई
हादसे की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और कड़ी मशक्कत के बाद कार में सवार तीन लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। पुलिस को सूचना दी गई, जो तुरंत मौके पर पहुंची। सुबह तक निर्माण एजेंसी ने क्रेन की मदद से कार को हटाया। बताया जा रहा है कि कार सवार लोग बिना पुलिस को सूचित किए वहां से चले गए। जिला प्रशासन ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है।
गूगल मैप पर उठे सवाल
यह पहला मौका नहीं है जब गूगल मैप की गलत दिशा-निर्देशों के कारण हादसा हुआ हो। पिछले साल नवंबर में बरेली, उत्तर प्रदेश में गूगल मैप के भरोसे चल रही एक कार अधूरे पुल से रामगंगा नदी में गिर गई थी, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना ने एक बार फिर नेविगेशन ऐप्स पर अंधविश्वास के खतरों को उजागर किया है।
प्रशासन और जनता की प्रतिक्रिया
हादसे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसके बाद लोग निर्माण एजेंसी की लापरवाही और गूगल मैप की गलत जानकारी पर सवाल उठा रहे हैं। एक यूजर ने X पर लिखा, “यह ड्राइवर की गलती हो सकती है, लेकिन सबसे बड़ी लापरवाही ठेकेदार की है, जिसने अधूरे फ्लाईओवर को ब्लॉक नहीं किया।” जिला प्रशासन ने कहा कि वह इस मामले की गहन जांच करेगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उचित कदम उठाएगा।
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