लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में 941 करोड़ रुपये की सात परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इनमें दूसरा ट्रॉमा सेंटर, अत्याधुनिक कार्डियोलॉजी विंग, हाई-टेक ऑर्थोपेडिक सुपर-स्पेशलिटी सेंटर, जनरल सर्जरी भवन, डायग्नोस्टिक लैब, रोगी आवास ब्लॉक और गेस्ट हाउस विस्तार शामिल हैं। यह पहल उत्तर प्रदेश में आपातकालीन और विशेष चिकित्सा सेवाओं को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम है। कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और KGMU की कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद भी मौजूद थीं।
दूसरा ट्रॉमा सेंटर: 500 बेड, 273 करोड़ की लागत
KGMU में बढ़ते आपातकालीन मरीजों के दबाव को कम करने के लिए 273 करोड़ रुपये की लागत से दूसरा ट्रॉमा सेंटर (ट्रॉमा-2) बनाया जा रहा है। इस सात मंजिला भवन में 500 बेड, नौ ऑपरेशन थिएटर, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, अपशिष्ट उपचार संयंत्र, अग्निशमन प्रणाली और फायर अलार्म होंगे। यह सेंटर सड़क दुर्घटनाओं, प्राकृतिक आपदाओं और औद्योगिक दुर्घटनाओं के मरीजों के लिए श्रेणी-1 सुविधा प्रदान करेगा।
परिजनों के लिए प्रतीक्षालय, रसोई, भोजन कक्ष, कैफे और 250 वाहनों की पार्किंग सुविधा भी होगी। निर्माण दो साल में पूरा होने की उम्मीद है, जिससे मौजूदा ट्रॉमा सेंटर की भीड़ और स्ट्रेचर पर इलाज की समस्या खत्म होगी।
कार्डियोलॉजी विंग: 105 करोड़ की लागत, 176 बेड
105 करोड़ रुपये की लागत से बने नए कार्डियोलॉजी विंग का उद्घाटन किया गया, जिसमें 92 ICCU बेड जोड़े गए हैं, जिससे KGMU की कार्डियोलॉजी क्षमता 84 से बढ़कर 176 बेड हो गई है। इस विंग में दो कैथ लैब, छह 3D इकोकार्डियोग्राफी मशीनें, 96 बेडसाइड मॉनिटर, 120 सिरिंज इन्फ्यूजन पंप, 25 अस्थायी पेसमेकर, एक OCT मशीन और एक TMT मशीन हैं। इससे लारी कार्डियोलॉजी, SGPGI और लोहिया संस्थान पर दबाव कम होगा।
ऑर्थोपेडिक सुपर-स्पेशलिटी सेंटर
86 करोड़ रुपये की लागत से बना सात मंजिला ऑर्थोपेडिक सुपर-स्पेशलिटी सेंटर भी शुरू किया गया। इसमें 340 बेड (220 ऑर्थोपेडिक सर्जरी, 60 स्पोर्ट्स मेडिसिन, 60 पीडियाट्रिक ऑर्थोपेडिक्स), 24 HDU बेड, 24 प्राइवेट कमरे, आठ बड़े और दो छोटे ऑपरेशन थिएटर, और आठ OPD कक्ष हैं। यह सेंटर ऑर्थोप्लास्टी, स्पाइन सर्जरी और रेडियोलॉजी जैसी सेवाएं देगा, साथ ही डॉक्टरों के लिए प्रशिक्षण इकाई भी होगी।
जनरल सर्जरी भवन और अन्य परियोजनाएं
378 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला सात मंजिला जनरल सर्जरी भवन दो साल में तैयार होगा। इसमें 12 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर, 12 बेड का ICU, रोबोटिक सर्जरी इकाइयां, मेडिकल गैस पाइपलाइन, सौर ऊर्जा प्रणाली और एकीकृत नेटवर्किंग होंगी।
99.10 करोड़ रुपये की लागत से तीन अन्य परियोजनाएं—नया प्रशासनिक भवन, डायग्नोस्टिक लैब और रोगी आवास ब्लॉक—भी शुरू की गईं। डायग्नोस्टिक लैब में रेडियोलॉजी, सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड और पैथोलॉजी जैसी सुविधाएं एक छत के नीचे होंगी, और मरीजों को SMS के जरिए जांच रिपोर्ट मिलेंगी। 48 करोड़ रुपये का रोगी आवास ब्लॉक 450 बेड, आपदा प्रबंधन और केंद्रीय कमान क्षेत्र प्रदान करेगा। 3.10 करोड़ रुपये से गेस्ट हाउस का विस्तार होगा, जिसमें 14 सुसज्जित कमरे और लिफ्ट होगी।
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