लॉरेंस बिश्नोई गैंग का शार्प शूटर हापुड़ मुठभेड़ में ढेर, यूपी एसटीएफ और दिल्ली पुलिस की संयुक्त कार्रवाईहापुड़ में मुठभेड़, नवीन कुमार की मौत

रिपोर्ट: रितेश बाजपेई।

हापुड़: उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की नोएडा यूनिट और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने संयुक्त कार्रवाई में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के कुख्यात शार्प शूटर नवीन कुमार को हापुड़ जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र में मुठभेड़ में मार गिराया। नवीन कुमार, गाजियाबाद के लोनी का निवासी, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में हत्या, डकैती, अपहरण और मकोका (महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गनाइज्ड क्राइम एक्ट) जैसे गंभीर अपराधों में वांछित था।

मुठभेड़ का विवरण

यूपी एसटीएफ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आर.के. मिश्रा के अनुसार, बुधवार देर रात को खुफिया जानकारी मिली थी कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग का शार्प शूटर नवीन कुमार किसी अपराध को अंजाम देने के लिए हापुड़ की ओर जा रहा है। इस सूचना के आधार पर एसटीएफ की नोएडा यूनिट और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने संयुक्त रूप से हापुड़ के कोतवाली थाना क्षेत्र में प्रीत विहार के पास जाल बिछाया। जब पुलिस ने एक संदिग्ध बाइक सवार को रोकने का प्रयास किया, तो उसने पुलिस पर गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली से नवीन कुमार गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

नवीन कुमार का आपराधिक रिकॉर्ड

पुलिस के अनुसार, नवीन कुमार लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सक्रिय सदस्य और शार्प शूटर था, जो गैंग के एक अन्य कुख्यात सदस्य हाशिम बाबा के साथ मिलकर काम करता था। उसके खिलाफ दिल्ली और उत्तर प्रदेश में हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण, लूट और मकोका जैसे 20 से अधिक मामले दर्ज थे। दिल्ली में दो मामलों में उसे सजा भी हो चुकी थी। वह दिल्ली के थाना फर्श बाजार में दर्ज हत्या और मकोका के एक मामले में फरार था।

लॉरेंस बिश्नोई गैंग पर बड़ा प्रहार

एसटीएफ और दिल्ली पुलिस की इस कार्रवाई को लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नेटवर्क पर बड़ा प्रहार माना जा रहा है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अमिताभ यश ने बताया कि नवीन कुमार गैंग का विश्वसनीय गुर्गा था और उसका खात्मा पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली-एनसीआर में गैंग की गतिविधियों को कमजोर करेगा। पुलिस ने बताया कि नवीन 2008 से अपराध की दुनिया में सक्रिय था, जब उसे दिल्ली के सीमापुरी थाने में आर्म्स एक्ट के तहत पहली बार गिरफ्तार किया गया था।

जांच और आगे की कार्रवाई

मुठभेड़ के बाद पुलिस ने नवीन कुमार के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने मौके से हथियार और अन्य सामग्री भी बरामद की है। नवीन के एक साथी के फरार होने की सूचना है, जिसकी तलाश में पुलिस टीमें छापेमारी कर रही हैं। इस ऑपरेशन को संगठित अपराध के खिलाफ चल रही व्यापक कार्रवाई का हिस्सा बताया जा रहा है।

प्रशासनिक प्रतिक्रिया

यूपी एसटीएफ और दिल्ली पुलिस की इस संयुक्त कार्रवाई की सराहना करते हुए अधिकारियों ने कहा कि यह संगठित अपराध के खिलाफ कठोर रुख का परिणाम है। इस मुठभेड़ ने एक बार फिर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के खिलाफ कानून प्रवर्तन एजेंसियों की सक्रियता को रेखांकित किया है, जो दिल्ली-एनसीआर और उत्तर भारत में आपराधिक गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए लगातार प्रयासरत हैं।इस घटना ने क्षेत्र में कानून-व्यवस्था की स्थिति और संगठित अपराध पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस की तैयारियों पर चर्चा को तेज कर दिया है।

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