सावन में ललन सिंह की मटन पार्टी ने बिहार में मचाया सियासी बवाल, विपक्ष ने लगाया धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप

पटना : बिहार के लखीसराय जिले के सूर्यगढ़ा में केंद्रीय मंत्री और जदयू सांसद ललन सिंह द्वारा सावन के पवित्र महीने में आयोजित मटन पार्टी ने राजनीतिक और धार्मिक विवाद को जन्म दे दिया है। विपक्षी दलों, विशेषकर राष्ट्रीय जनता दल (RJD), ने इसे हिंदू आस्था का अपमान करार दिया है। यह घटना पिछले साल पितृपक्ष में मछली खाने से जुड़े विवाद की याद दिलाती है। ललन सिंह ने दावा किया कि पार्टी में शाकाहारी भोजन का भी इंतजाम था, लेकिन मटन भोज के सार्वजनिक प्रचार ने विवाद को और हवा दी है।

घटना का विवरण

16 जुलाई 2025 को लखीसराय के सूर्यगढ़ा में 472 करोड़ रुपये की सड़क और पुल निर्माण परियोजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन के बाद ललन सिंह ने एक रैली आयोजित की थी। इस दौरान हजारों लोगों के लिए भोज का आयोजन किया गया, जिसमें मटन और शाकाहारी भोजन परोसा गया। मंच से ललन सिंह ने मुस्कुराते हुए कहा, “भोजन का बढ़िया इंतजाम है। जो सावन मनाता है, उसके लिए सावन का भोजन है, और जो नहीं मनाता, उसके लिए भी इंतजाम है।” इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद विवाद ने तूल पकड़ा।

विपक्ष का हमला

राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने इस आयोजन को हिंदू धार्मिक भावनाओं के खिलाफ बताया। RJD ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर लिखा, “भगवान भोलेनाथ के पवित्र सावन मास में ललन सिंह मटन पार्टी देने से बाज नहीं आए। हिंदू धर्म के ये ठेकेदार दूसरों को नसीहत देते हैं, पर अपनी बारी आने पर धर्म और परंपरा भूल जाते हैं।” विपक्ष ने इसे सावन के महीने में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का प्रयास करार दिया।

ललन सिंह का बचाव

ललन सिंह ने सफाई देते हुए कहा कि भोज में शाकाहारी और मांसाहारी दोनों तरह के भोजन का इंतजाम था, ताकि सभी की पसंद का ध्यान रखा जाए। उन्होंने जोर देकर कहा कि सावन का पालन करने वालों के लिए विशेष व्यवस्था थी। जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने भी बचाव में कहा, “हर पार्टी अपने समर्थकों के लिए आयोजन करती है। इसमें कोई गलत बात नहीं है। हमारी पार्टी सभी समुदायों का सम्मान करती है।”

पहले भी हो चुका है विवाद

यह पहली बार नहीं है जब बिहार में मटन पार्टी को लेकर सियासी बवाल हुआ है। 2023 में ललन सिंह की मुंगेर में आयोजित मटन-चावल पार्टी पर बीजेपी नेता विजय सिन्हा ने गंभीर आरोप लगाए थे, जिसमें उन्होंने कुत्तों के गायब होने का दावा किया था। उसी तरह, पिछले साल सावन में RJD नेता लालू प्रसाद यादव और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा मटन पकाने का वीडियो वायरल होने पर भी विवाद हुआ था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे “मुगल मानसिकता” करार देते हुए विपक्ष पर धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाया था।

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