कुशीनगर: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में रामकोला थाना पुलिस ने एक संगठित धर्मांतरण और देह व्यापार रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस गैंग की मास्टरमाइंड जैरुन्निशा और उसके तीन साथियों—अरमान अली, अरबाज, और इकरामुल—को गिरफ्तार किया गया है। यह गिरोह हिंदू नाबालिग लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाकर उनका धर्म परिवर्तन करवाता था और फिर उन्हें मुंबई भेजकर देह व्यापार में धकेलता था।
गैंग का खुलासा और गिरफ्तारी
पुलिस के अनुसार, गैंग के खिलाफ कई शिकायतें मिलने के बाद अभियान शुरू किया गया। टेकुआटार टोला खैरटवा के प्रेम मधेशिया ने अपनी 15 साल की नाबालिग बेटी को शादी का झांसा देकर भगाने के लिए गांव के ही अरमान अली के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी। इससे पहले, रामचरित प्रसाद ने अपनी दो बेटियों और उनकी सहेली के अपहरण के मामले में भी इसी तरह की शिकायत की थी। इन शिकायतों के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई तेज की और चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। तीन नाबालिग लड़कियों को मुंबई से सुरक्षित बरामद किया गया।
गैंग का कार्यप्रणाली
कुशीनगर के पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा ने बताया कि यह गैंग सुनियोजित तरीके से हिंदू नाबालिग लड़कियों को निशाना बनाता था। पहले उन्हें प्रेम जाल में फंसाया जाता था, फिर ब्रेनवॉश कर उनका धर्म परिवर्तन करवाया जाता था। इसके बाद लड़कियों के साथ बलात्कार किया जाता और उन्हें मुंबई भेजकर देह व्यापार में धकेल दिया जाता था। गैंग नकली दस्तावेजों का इस्तेमाल कर लड़कियों की पहचान बदल देता था ताकि उनकी ट्रैकिंग मुश्किल हो।
जांच और आगे की कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि तीन बरामद नाबालिग लड़कियों को मुंबई ले जाने वाले एक अन्य व्यक्ति की तलाश जारी है। इसके साथ ही गैंग के वित्तीय कनेक्शन और फंडिंग के स्रोत की जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच में संदिग्ध विदेशी फंडिंग के संकेत मिले हैं, जिसके लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय किया जा रहा है।
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