तेहरान/जेरूसलम: 13 जून को तड़के इजरायल ने ईरान पर बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए, जिसे ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ नाम दिया गया। इस हमले में ईरान के सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल मोहम्मद बाघेरी और इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के कमांडर-इन-चीफ मेजर जनरल हुसैन सलामी की मौत हो गई। ईरानी सरकारी टेलीविजन और समाचार एजेंसी IRNA ने इन मौतों की पुष्टि की। इसके अलावा, हमले में कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारी और छह परमाणु वैज्ञानिक, जिनमें फेरेहदौन अब्बासी-दवानी और मोहम्मद मेहदी तहरांची शामिल हैं, भी मारे गए।
इजरायल का दावा: परमाणु खतरे को रोकने के लिए हमला
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक वीडियो संदेश में कहा, “ऑपरेशन राइजिंग लायन इजरायल के अस्तित्व के लिए ईरानी परमाणु खतरे को खत्म करने का लक्ष्य रखता है। ईरान ने हाल के महीनों में संवर्धित यूरेनियम को हथियार बनाने की दिशा में कदम उठाए हैं, जो कुछ महीनों में परमाणु बम बना सकता है। यह इजरायल और वैश्विक सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है।” नेतन्याहू ने कहा कि यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक खतरा पूरी तरह खत्म नहीं हो जाता।
हमले का दायरा और प्रभाव
इजरायली वायुसेना ने 200 से अधिक लड़ाकू विमानों का उपयोग कर तेहरान, नतांज, खोंदाब, और खोरमाबाद में परमाणु सुविधाओं और सैन्य ठिकानों पर 330 से ज्यादा मुनिशन दागे। नतांज में ईरान की मुख्य यूरेनियम संवर्धन सुविधा को भारी नुकसान पहुंचा। इसके अलावा, ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम से जुड़े ठिकानों को भी निशाना बनाया गया। ईरानी सूत्रों के अनुसार, हमले में कम से कम 50 लोग घायल हुए, जिनमें महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।
ईरान की प्रतिक्रिया
ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामनेई ने हमले की निंदा करते हुए कहा, “इजरायल को इस अपराध के लिए कठोर सजा मिलेगी।” IRGC ने बदला लेने की कसम खाई और कहा कि हमले “बिना जवाब नहीं रहेंगे।” ईरान ने जवाबी कार्रवाई में इजरायल की ओर 100 ड्रोन लॉन्च किए, जिन्हें इजरायली सेना ने सऊदी और जॉर्डन के हवाई क्षेत्र में रोकने की कोशिश की। ईरान ने अपनी हवाई सीमा बंद कर दी और पूर्ण मीडिया ब्लैकआउट लागू कर दिया।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि वह हमले से पहले अवगत थे और ईरान को परमाणु हथियार बनाने से रोकने के लिए बातचीत की उम्मीद जताई। हालांकि, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने हमले में अमेरिका की किसी भी भूमिका से इनकार किया। भारत ने तेहरान में अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की, जिसमें अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई।
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