नई दिल्ली: पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 पर्यटकों की मौत हुई, के बाद भारतीय रेलवे ने कश्मीर में तैनात गैर-कश्मीरी कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए नई एडवाइजरी जारी की है। खुफिया इनपुट्स के आधार पर रेलवे ने सख्त कदम उठाए हैं, जिसमें कर्मचारियों को अकेले बाहर न जाने और ऑफिस आने-जाने के लिए रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) की सुरक्षा लेने का निर्देश दिया गया है।
आतंकी हमले की चेतावनी और बढ़ी सतर्कता
खुफिया सूत्रों ने चेतावनी दी है कि पाकिस्तान की ISI और उससे जुड़े आतंकी संगठन, विशेष रूप से लश्कर-ए-तैयबा की शाखा द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF), श्रीनगर और गंदेरबल जिलों में गैर-स्थानीय कर्मचारियों, कश्मीरी पंडितों, और पुलिसकर्मियों को निशाना बना सकते हैं। रेलवे के बुनियादी ढांचे और कर्मचारियों पर भी हमले की आशंका जताई गई है। इसके जवाब में RPF और स्थानीय पुलिस ने गश्त बढ़ा दी है और संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी है।
पहलगाम हमले के बाद भारत का सख्त रुख
पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए, जिसमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना, अटारी-वाघा सीमा बंद करना, और पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे में देश छोड़ने का आदेश शामिल है। रेलवे ने भी सुरक्षा उपायों को मजबूत करते हुए स्टेशनों पर CCTV निगरानी और संदिग्ध गतिविधियों की जांच तेज कर दी है।
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कर्मचारियों के लिए निर्देश
एडवाइजरी में गैर-कश्मीरी कर्मचारियों को बाजार या अन्य गैर-जरूरी जगहों पर अकेले न जाने की सलाह दी गई है। RPF कर्मचारियों को स्टेशन और ट्रेनों में अतिरिक्त सतर्कता बरतने के लिए कहा गया है। रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा के लिए जम्मू स्टेशन पर हेल्प डेस्क भी स्थापित किया है।