मध्य प्रदेश: इंदौर के सनसनीखेज राजा रघुवंशी हत्याकांड में मेघालय पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। हनीमून के लिए मेघालय गए इंदौर के कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या की गुत्थी सुलझ गई है। पुलिस ने राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से गिरफ्तार कर लिया है। चौंकाने वाला खुलासा यह है कि सोनम ने ही अपने पति की हत्या की साजिश रची थी।
पुलिस के मुताबिक, सोनम ने भाड़े के हत्यारों को सुपारी देकर राजा की हत्या करवाई। मामले में शामिल तीन हमलावरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें दो मध्य प्रदेश और एक उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। चौथे आरोपी की तलाश में पुलिस का सर्च ऑपरेशन जारी है। मेघालय के डीजीपी आई. नोंगरांग ने बताया कि सोनम का एक शख्स, राज कुशवाहा, के साथ प्रेम संबंध था, जिसके चलते उसने इस हत्याकांड को अंजाम दिया।सोनम को गाजीपुर के एक ढाबे पर बदहवास हालत में पाया गया। उसने खुद अपने परिवार को फोन कर अपनी लोकेशन बताई, जिसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लिया। फिलहाल वह कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं है और उसे मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है। गाजीपुर पुलिस ने उसे वन स्टॉप सेंटर में रखा है।
क्या है पूरा मामला?
राजा रघुवंशी और सोनम की शादी 11 मई 2025 को इंदौर में हुई थी। शादी के 9 दिन बाद 20 मई को यह नवविवाहित जोड़ा हनीमून के लिए मेघालय के शिलांग गया था। 23 मई को दोनों शिलांग के नोंग्रियाट गांव में डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज देखने के बाद लापता हो गए। उनकी किराए की स्कूटी 24 मई को सोहरा के पास लावारिस हालत में मिली। 2 जून को राजा का शव वेईसावडॉन्ग झरने के पास एक खाई में सड़ी-गली हालत में मिला। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि राजा की हत्या ‘दाओ’ (एक प्रकार का बड़ा चाकू) से की गई थी।
परिवार और समाज की मांग
इस घटना ने पूरे इंदौर में सनसनी फैला दी थी। राजा के परिवार और रघुवंशी समाज ने मामले की सीबीआई जांच की मांग की थी। इंदौर में राजा के घर के बाहर पोस्टर लगाए गए, जिनमें लिखा था, “मैं मरा नहीं, मुझे मारा गया।” मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस मामले को सीबीआई को सौंपने की सिफारिश की थी
पुलिस की जांच और नया मोड़
मेघालय पुलिस ने 16 दिनों तक लगातार जांच की। एक टूरिस्ट गाइड के बयान ने केस में नया मोड़ लाया, जिसमें उसने बताया कि 23 मई को राजा और सोनम के साथ तीन अजनबी पुरुष भी थे। सीसीटीवी फुटेज में दोनों को 21 मई को शिलांग के एक होमस्टे में चेक-इन करते देखा गया था। पुलिस ने घटनास्थल से खून से सना दाओ, एक रेनकोट, राजा का मोबाइल, स्मार्टवॉच और अन्य सामान भी बरामद किया।मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना की और ट्वीट कर बताया कि सात दिनों के भीतर इस मामले में बड़ी सफलता मिली है। अब पुलिस चौथे फरार आरोपी को पकड़ने के लिए अभियान चला रही है।