गाजीपुर: उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के सैदपुर में शुक्रवार दोपहर एक दर्दनाक घटना ने सभी को झकझोर दिया। सैदपुर-चंदौली को जोड़ने वाले रामकरण सेतु से दो चचेरी बहनों ने गंगा नदी में छलांग लगा दी। इस हादसे में 18 वर्षीय सोनी यादव की डूबने से मौत हो गई, जबकि दूसरी बहन चंचल यादव को कस्बा चौकी इंचार्ज मनोज पाण्डेय की त्वरित कार्रवाई से बचा लिया गया। मनोज पाण्डेय का रेस्क्यू वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
मनोज पाण्डेय की बहादुरी
नाविकों ने पहले चंचल को नदी से निकाला, लेकिन उसे मृत समझकर किनारे छोड़ दिया। तभी मनोज पाण्डेय मौके पर पहुंचे और चंचल में हल्की हरकत देखकर उसे गोद में उठाकर सैदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) की ओर दौड़े। रास्ते में रेलवे क्रॉसिंग बंद होने पर उन्होंने चंचल को दूसरी ओर मौजूद पुलिसकर्मियों को सौंपा, जिससे उसका इलाज समय पर शुरू हुआ। उनकी इस मानवीयता और साहस की क्षेत्र में खूब सराहना हो रही है।
घटना का विवरण
दोनों बहनें, चंदौली के मोलना गांव की रहने वाली बीए प्रथम वर्ष की छात्राएं, घर से पढ़ाई के लिए निकली थीं। पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच में पारिवारिक तनाव आत्महत्या का कारण प्रतीत होता है। सोनी का शव एक घंटे की मशक्कत के बाद गोताखोरों ने निकाला, जिसे CHC में मृत घोषित किया गया।
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पुलिस जांच
सीओ अनिल कुमार ने बताया कि पुलिस पूरे मामले की गहन जांच कर रही है। चंचल के होश में आने के बाद उसके बयान और परिवार से पूछताछ के आधार पर आत्महत्या के कारणों का पता लगाया जाएगा। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।