गाजा संकट: ₹5 का Parle-G बिस्किट ₹2342 में बिक रहा, भुखमरी ने तोड़ी जिंदगी की आस

गाजा: अक्टूबर 2023 से इजराइल और हमास के बीच जारी युद्ध ने गाजा में भयावह मानवीय संकट पैदा कर दिया है। खाद्य पदार्थों की भारी कमी के बीच आम लोगों के लिए बुनियादी चीजें भी पहुंच से बाहर हो गई हैं। इसी बीच, एक तस्वीर ने दुनिया को झकझोर कर रख दिया है। भारत में ₹5 में मिलने वाला Parle-G बिस्किट गाजा में ₹2342 की कीमत पर बिक रहा है, जो वहां की गंभीर स्थिति को दर्शाता है।

Parle-G बना लग्जरी आइटम

गाजा के निवासी मोहम्मद जवाद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक मार्मिक पोस्ट शेयर की। उन्होंने अपनी बेटी रवीफ को उसका पसंदीदा Parle-G बिस्किट देते हुए एक वीडियो पोस्ट किया और लिखा, “लंबे इंतजार के बाद आज रवीफ के लिए उसका पसंदीदा बिस्किट ले सका। पहले इसकी कीमत €1.5 थी, जो अब बढ़कर €24 हो गई है।” भारतीय रुपये में यह कीमत करीब ₹2342 है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि यह कीमत एक पैकेट की है या मल्टी-पैक की, लेकिन इतनी ऊंची कीमत अपने आप में गाजा के हालात की भयावहता को बयां करती है।

युद्ध और भुखमरी की मार

अक्टूबर 2023 में हमास के हमले के बाद इजराइल ने गाजा पर सैन्य अभियान शुरू किया, जिसके बाद से क्षेत्र में भोजन, पानी और अन्य जरूरी सामानों की आपूर्ति लगभग ठप हो गई है। मार्च से मई 2025 के बीच इजराइल ने गाजा पर लगभग पूर्ण नाकाबंदी लागू की, जिसके कारण सीमित मात्रा में ही मानवीय सहायता वहां पहुंच पाई। इससे खाद्य संकट गहरा गया और भुखमरी की स्थिति बन गई। संयुक्त राष्ट्र की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, गाजा में पांच साल से कम उम्र के बच्चों में तीव्र कुपोषण की दर फरवरी 2025 से लगभग तीन गुना बढ़ गई है।

कालाबाजारी ने बढ़ाई मुश्किलें

गाजा में मानवीय सहायता के तौर पर पहुंचने वाले सामान, जिसमें Parle-G जैसे खाद्य पदार्थ शामिल हैं, को मुफ्त वितरित किया जाना चाहिए। लेकिन वहां के डॉक्टर खालिद अलशव्वा ने बताया कि सहायता सामग्री सीमित लोगों तक पहुंचती है और बाकी कालाबाजारी के जरिए ऊंचे दामों पर बेची जाती है। Parle-G के पैकेट, जो ‘एक्सपोर्ट पैक’ लेबल के साथ आते हैं, वहां ₹240 से लेकर ₹2342 तक में बिक रहे हैं। उत्तरी गाजा में 1 किलो चीनी की कीमत ₹4914 और प्याज ₹4423 तक पहुंच गई है।

वैश्विक प्रतिक्रिया की जरूरत

मोहम्मद जवाद की पोस्ट ने सोशल मीडिया पर लोगों का ध्यान खींचा। कई यूजर्स ने इसे युद्ध की भयावहता का प्रतीक बताया और भारत सरकार से गाजा में अधिक सहायता भेजने की अपील की। एक यूजर ने लिखा, “रवीफ को उसके पसंदीदा बिस्किट मिले, लेकिन यह कीमत बच्चों के सपनों को तोड़ने वाली है।” संयुक्त राष्ट्र और मानवाधिकार संगठनों ने गाजा में तत्काल सहायता पहुंचाने और नाकाबंदी हटाने की मांग की है, ताकि वहां की आबादी को भुखमरी से बचाया जा सके।

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