असम के धुबरी में सांप्रदायिक तनाव: सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने जारी किया ‘शूट-एट-साइट’ आदेश

गुवाहाटी: असम के धुबरी जिले में बकरीद के बाद से बढ़े सांप्रदायिक तनाव को नियंत्रित करने के लिए मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शुक्रवार, 13 जून 2025 को रात में ‘शूट-एट-साइट’ आदेश जारी किया। यह कदम धुबरी के हनुमान मंदिर के पास गाय के सिर और गोमांस फेंके जाने की घटनाओं के बाद उठाया गया, जिससे क्षेत्र में तनाव फैल गया। सीएम ने कहा, “हम किसी समुदाय को इस तरह की गड़बड़ी करने की अनुमति नहीं देंगे। धुबरी को हमारे हाथों से जाने नहीं दिया जाएगा।”

हनुमान मंदिर के पास गोमांस की घटना

धुबरी, जो बांग्लादेश की सीमा से सटा हुआ है, में 7 जून को बकरीद के बाद हनुमान मंदिर के पास गाय का सिर मिलने से तनाव शुरू हुआ। दोनों समुदायों के नेताओं ने शांति की अपील की, लेकिन अगले दिन फिर से मंदिर के पास गाय का सिर रखा गया और रात में पत्थरबाजी की घटनाएं हुईं। इन घटनाओं ने स्थानीय हिंदू समुदाय में आक्रोश पैदा किया। सीएम ने इसे “सुनियोजित सांप्रदायिक साजिश” करार देते हुए कहा कि यह धुबरी की सामाजिक सौहार्द को नष्ट करने की कोशिश है।

‘नबीन बांग्ला’ के भड़काऊ पोस्टर

सीएम सरमा ने बताया कि बकरीद से एक दिन पहले ‘नबीन बांग्ला’ नामक संगठन ने धुबरी में भड़काऊ पोस्टर चिपकाए, जिनमें जिले को बांग्लादेश में शामिल करने की मांग की गई थी। कुछ पोस्टर सेना के ठिकानों पर भी देखे गए। सरमा ने इसे “बांग्लादेश समर्थित जिहादी तत्वों” की साजिश बताया और कहा कि यह क्षेत्रीय अस्थिरता पैदा करने का प्रयास है। उन्होंने इसे बांग्लादेश में हाल के राजनीतिक बदलावों से जोड़ा।

बीफ माफिया पर जांच के आदेश

मुख्यमंत्री ने धुबरी में “नए बीफ माफिया” के उभरने का आरोप लगाया, जिसने पश्चिम बंगाल से हजारों मवेशियों को बकरीद से पहले जिले में लाया। उन्होंने कहा, “यह पहली बार हुआ है कि इतनी बड़ी संख्या में मवेशी लाए गए। मैंने इस अवैध व्यापार की जांच के आदेश दिए हैं, और इसके पीछे के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया जाएगा।”

सख्त सुरक्षा उपाय

सीएम ने धुबरी में रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की तैनाती का आदेश दिया। उन्होंने जिले में सभी अपराधियों, खासकर गैर-जमानती वारंट वाले लोगों को तुरंत गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। “पत्थरबाजी या अन्य अवैध गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जाएगी,” सरमा ने कहा। सोमवार को धुबरी में धारा 163 BNSS के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई थी, जिसे मंगलवार को हटा लिया गया।

गिरफ्तारियां और जांच

शनिवार, 14 जून को सीएम ने X पर बताया कि मंदिर के पास गोमांस फेंकने की घटना में 38 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। पुलिस ने इस मामले में अब तक 22 लोगों को हिरासत में लिया था, और जांच जारी है। सरमा ने कहा कि अगले साल बकरीद पर वह स्वयं धुबरी में रहकर स्थिति की निगरानी करेंगे।

सामाजिक और राजनीतिक संदर्भ

धुबरी, जहां 74% आबादी मुस्लिम है और अधिकांश बांग्लादेशी मूल के माने जाते हैं, लंबे समय से सामाजिक-राजनीतिक तनाव का केंद्र रहा है। जहां लोग सख्त कार्रवाई और शांति की मांग कर रहे हैं। कुछ यूजर्स ने इसे संगठित अपराध और बांग्लादेशी घुसपैठ से जोड़ा, जबकि अन्य ने दीर्घकालिक समाधान जैसे शिक्षा और आर्थिक विकास की जरूरत बताई।

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