काठमांडू: नेपाल में हिंदू राष्ट्र की समाप्ति और कथित अमेरिकी फंडिंग को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के सांसद धवल शमशेर राणा ने संसद में इस मुद्दे को उठाया और एक उच्च स्तरीय जांच समिति गठित करने की मांग की है।
धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र घोषित करने के लिये 100 मिलियन डॉलर की अमेरिकी फंडिंग
सांसद राणा ने आरोप लगाया है कि नेपाल को धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र घोषित करने और धर्मांतरण गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए 100 मिलियन डॉलर की अमेरिकी फंडिंग का इस्तेमाल किया गया है। उन्होंने कहा कि इस फंडिंग की गहन जांच होनी चाहिए ताकि सच्चाई सामने आ सके।
जल्द ही आंदोलन शुरू करेंगे राणा
राणा ने यह भी कहा कि वह इस मुद्दे को लेकर जल्द ही आंदोलन शुरू करेंगे और जनता को जागरूक करेंगे। उन्होंने कहा कि नेपाल की पहचान और संस्कृति को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।
गौरतलब है कि नेपाल में 2015 में नया संविधान लागू होने के बाद हिंदू राष्ट्र की स्थिति को समाप्त कर दिया गया था और देश को धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र घोषित किया गया था।
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इसके बाद से ही इस मुद्दे पर विवाद जारी है। कुछ राजनीतिक दल और धार्मिक संगठन हिंदू राष्ट्र की बहाली की मांग कर रहे हैं। अब सांसद राणा द्वारा अमेरिकी फंडिंग के आरोपों ने इस विवाद को और बढ़ा दिया है। उनकी मांग है कि सरकार इस मामले की गंभीरता से जांच करे और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करे।