नई दिल्ली: कोरोना वायरस का नया सब-वेरिएंट NB.1.8.1 दुनिया भर में तेजी से फैल रहा है, जिसने भारत, अमेरिका, और एशिया के कुछ हिस्सों में स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चिंता बढ़ा दी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इस वेरिएंट को निगरानी में रखे जाने वाले वेरिएंट के रूप में चिह्नित किया है। भारत में हाल के दिनों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि देखी गई है, जिसमें केरल, कर्नाटक, और दिल्ली जैसे राज्यों में सक्रिय मामले बढ़कर 4,866 हो गए हैं। बीते 24 घंटों में देशभर में 538 नए मामले सामने आए, जबकि 7 लोगों की मौत हुई।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, NB.1.8.1 और LF.7 जैसे वेरिएंट्स अधिक संक्रामक हैं, जो खासतौर पर केरल (1,487 सक्रिय मामले) और कर्नाटक (436 मामले) में फैल रहे हैं। दिल्ली में भी इस वेरिएंट से पहली मौत की पुष्टि हुई है, जहां एक 22 वर्षीय युवती ने दम तोड़ा। कर्नाटक सरकार ने भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनने और सामाजिक दूरी बनाए रखने की सलाह दी है, जबकि केरल में अस्पतालों में मॉक ड्रिल की तैयारी चल रही है।
WHO ने स्पष्ट किया है कि NB.1.8.1 से गंभीर बीमारी का खतरा कम है, लेकिन कमजोर प्रतिरक्षा वाले लोगों, बुजुर्गों, और अन्य बीमारियों से ग्रस्त व्यक्तियों को सतर्क रहने की जरूरत है। विशेषज्ञों का कहना है कि बूस्टर डोज और कोविड प्रोटोकॉल का पालन इस वेरिएंट से बचाव में प्रभावी हो सकता है। मध्य प्रदेश में भी ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट XFG और LF.7.9 की पुष्टि हुई है, जहां 24 घंटों में 9 नए मामले दर्ज किए गए।
केंद्र और राज्य सरकारों ने निगरानी बढ़ा दी है, और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की स्क्रीनिंग को और सख्त किया गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से मास्क पहनने, हाथ धोने, और भीड़ से बचने की अपील की है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि त्योहारी सीजन और ठंड के मौसम में वायरस का प्रसार बढ़ सकता है, इसलिए सावधानी बरतना जरूरी है।नोट: स्थिति पर नजर रखने के लिए स्थानीय स्वास्थ्य विभाग और WHO की आधिकारिक वेबसाइट से अपडेट लेते रहें।