भुवनेश्वर: सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) ने ओडिशा में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के डिप्टी डायरेक्टर चिंतन रघुवंशी को एक खनन व्यवसायी से ₹20 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। रघुवंशी पर ढेंकानाल के कारोबारी रतिकांत राउत से ₹5 करोड़ की मांग का आरोप है, ताकि उनके खिलाफ ED केस में राहत दी जाए। CBI ने ट्रैप ऑपरेशन के बाद यह कार्रवाई की।
रिश्वत का मामला
CBI को सूचना मिली थी कि रघुवंशी, राउत से ₹5 करोड़ की रिश्वत की पहली किश्त के रूप में ₹20 लाख लेने वाले हैं। 29 मई को भुवनेश्वर के सहीद नगर में CBI ने ट्रैप लगाया और रघुवंशी को ₹20 लाख नकद लेते पकड़ा। FIR के अनुसार, राउत को मार्च 2025 में ED कार्यालय में बुलाया गया था, जहां रघुवंशी ने उन्हें भगति नामक बिचौलिये से मिलने को कहा।
रिश्वत की डील
राउत ने ₹5 करोड़ देने में असमर्थता जताई, जिसके बाद भगति ने उनकी रघुवंशी से FaceTime पर बात कराई। रघुवंशी ने राशि घटाकर ₹2 करोड़ कर दी, जिसमें ₹50 लाख पहली किश्त थी। CBI ने राउत की शिकायत पर कार्रवाई शुरू की। X पर @BoltaHindustan ने इसे ED की वसूली का मामला बताया।
चिंतन रघुवंशी का बैकग्राउंड
रघुवंशी 2013 बैच के IRS (कमर्शियल) अधिकारी हैं और भुवनेश्वर जोनल कार्यालय में तैनात थे। जनवरी 2025 में ED ने राउत के ठिकानों पर छापे मारे थे। CBI ने रघुवंशी को नयापल्ली कार्यालय में पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया। उनके भाई की भूमिका की भी जांच हो रही है।
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