राजस्थान: राजस्थान के ब्यावर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें नाबालिग छात्राओं को इंस्टाग्राम के माध्यम से फंसाकर उन्हें ब्लैकमेल किया गया और धर्मांतरण के लिए मजबूर किया गया। यह घटना अजमेर में 33 साल पहले हुए एक ऐसे ही कांड की याद दिलाती है, जिसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था।
क्या है मामला?
ब्यावर में कुछ युवकों ने नाबालिग छात्राओं के साथ दोस्ती की और उनकी आपत्तिजनक तस्वीरें और वीडियो बना लिए। इसके बाद उन्होंने छात्राओं को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया और उनसे मुस्लिम बनने के लिए कहा। इतना ही नहीं, उन्होंने छात्राओं को अपनी अन्य सहेलियों से मिलवाने के लिए भी दबाव डाला।
अजमेर कांड की यादें
यह मामला 1992 में अजमेर में हुए एक ऐसे ही कांड की याद दिलाता है, जिसमें 100 से अधिक छात्राओं को ब्लैकमेल किया गया था और उनसे सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। उस घटना के मुख्य आरोपी फारूक और नफीस चिश्ती थे।
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पुलिस की कार्रवाई
ब्यावर में मामला सामने आने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कुछ युवकों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस गिरोह में और कितने लोग शामिल हैं।
समाज में चिंता का माहौल
इस घटना ने एक बार फिर समाज में चिंता पैदा कर दी है। नाबालिग छात्राओं को इस तरह से फंसाकर उनका शोषण किया जाना बेहद गंभीर मामला है। इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए समाज में जागरूकता फैलाना और पुलिस की सक्रियता जरूरी है।
अतिरिक्त जानकारी
- इस मामले में और भी कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।
- पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या इस गिरोह का कोई बाहरी संबंध है।
- इस घटना के बाद स्कूलों और कॉलेजों में छात्राओं की सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। Live24indianews