नई दिल्ली: अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा टैरिफ़ में संभावित वृद्धि की चेतावनी के बीच, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संसद में कहा कि BRICS की नींव बहुध्रुवीय वैश्विक व्यवस्था पर आधारित: एस जयशंकरकी नींव बहुध्रुवीय वैश्विक व्यवस्था पर आधारित: एस जयशंकर समूह का मूल आधार बहुध्रुवीयता के प्रति प्रतिबद्धता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि ब्रिक्स बैठकों का उद्देश्य साझा हितों को बढ़ावा देना और वैश्विक व्यवस्था को संतुलित रूप से आकार देना है।
BRICS का बढ़ता प्रभाव
जयशंकर ने बताया कि ब्रिक्स अब 11 सदस्यीय समूह बन चुका है, जिसमें नए देशों के जुड़ने से इसका वैश्विक प्रभाव और भी मजबूत हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि विकासशील देशों की आवाज़ को मजबूत करने और वैश्विक अर्थव्यवस्था में संतुलन बनाए रखने के लिए ब्रिक्स एक महत्वपूर्ण मंच बन चुका है।
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टैरिफ़ मुद्दे पर भारत की रणनीति
ट्रंप द्वारा टैरिफ़ में संभावित वृद्धि की चेतावनी के संदर्भ में जयशंकर ने कहा कि भारत अपने व्यापारिक हितों की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा। उन्होंने ब्रिक्स देशों के साथ व्यापारिक सहयोग बढ़ाने पर भी जोर दिया, ताकि वैश्विक आर्थिक चुनौतियों का प्रभावी ढंग से सामना किया जा सके।
जयशंकर के इस बयान के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि भारत ब्रिक्स के भीतर सहयोग को प्राथमिकता देता रहेगा और बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था के लिए काम करता रहेगा।