नई दिल्ली: पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को सिविल डिफेंस के लिए मॉक ड्रिल आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। इस अभ्यास में हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन बजाए जाएंगे और नागरिकों को युद्धकालीन स्थिति में सुरक्षा उपायों की ट्रेनिंग दी जाएगी। यह कदम हाल के सीमाई तनाव और राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में उठाया गया है।
मॉक ड्रिल की प्रमुख गतिविधियां
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एयर रेड सायरन: हमले की चेतावनी के लिए सायरन बजाए जाएंगे, ताकि नागरिक सतर्क हो सकें।
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सिविल डिफेंस ट्रेनिंग: छात्रों और नागरिकों को हमले की स्थिति में आत्मरक्षा और सुरक्षा उपायों की जानकारी दी जाएगी।
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क्रैश ब्लैकआउट: रात में हमले से बचने के लिए रोशनी बंद करने की प्रक्रिया का अभ्यास होगा।
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महत्वपूर्ण स्थानों की सुरक्षा: संयंत्रों और प्रमुख प्रतिष्ठानों को छिपाने की तकनीकों का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
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निकासी योजना: लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की रणनीति का अभ्यास और जागरूकता बढ़ाई जाएगी।
रणनीतिक महत्व
मंत्रालय ने राज्यों से मॉक ड्रिल की तारीखें जल्द तय करने को कहा है। यह अभ्यास युद्ध या आपात स्थिति में नागरिकों की सुरक्षा और राष्ट्रीय बुनियादी ढांचे की रक्षा के लिए तैयारियों को परखेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम भारत की रक्षा नीति में सतर्कता और तत्परता का संदेश देता है।
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