उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक हिंदू लड़की के अपहरण का मामला सामने आया है, जिसमें जनसुविधा केंद्र चलाने वाले अकबर पर गंभीर आरोप लगे हैं। पीड़िता के परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि उनकी बेटी बुधवार सुबह से लापता है और अकबर ने उसके साथियों के साथ मिलकर अपहरण किया है। परिजनों का कहना है कि यह पहली बार नहीं है; दो महीने पहले भी अकबर ने उनकी बेटी को अगवा किया था, लेकिन तब वह मिल गई थी।
परिजनों का आरोप: अकबर ने दोबारा की अपहरण की कोशिश
लड़की के पिता ने पुलिस को बताया कि अकबर ने उनकी बेटी को बहला-फुसलाकर या जबरन अगवा किया है। उन्होंने कहा, “दो महीने पहले भी अकबर ने हमारी बेटी को अगवा किया था। पुलिस ने कोई सख्त कार्रवाई नहीं की, जिसके कारण उसने फिर से यह हिम्मत दिखाई। हमारी बेटी की जान को खतरा है।” परिजनों ने पुलिस प्रशासन पर सवाल उठाते हुए आरोपित की तत्काल गिरफ्तारी की माँग की है।
हिंदू संगठनों और परिजनों का थाने के बाहर प्रदर्शन
मामले की जानकारी मिलते ही स्थानीय हिंदू संगठनों और परिजनों ने इंदिरापुरम थाना क्षेत्र की अभय खंड चौकी के बाहर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की और लड़की की बरामदगी की माँग की। प्रदर्शन के दौरान माहौल तनावपूर्ण रहा, लेकिन पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में रखा।
पहले भी विवादों में रहा है मामला
मई 2025 में भी अकबर पर इसी लड़की के अपहरण और कथित तौर पर लव जिहाद का आरोप लगा था। उस समय लड़की ने एक वीडियो जारी कर दावा किया था कि वह अपनी मर्जी से अकबर के साथ गई थी और दोनों ने कोर्ट मैरिज की थी। हालांकि, परिजनों ने इसे जबरन धर्म परिवर्तन और बहकावे का मामला बताया था। उस घटना के बाद भी अकबर के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई थी, जिसे लेकर परिजनों में गुस्सा है।
नोट: यह खबर उपलब्ध जानकारी और मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर तैयार की गई है। मामले की जाँच जारी है, और अंतिम निष्कर्ष पुलिस और मजिस्ट्रेट के बयानों पर निर्भर करेगा।