Lucknow Real Estate: लखनऊ – उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में Real Estate बाजार में जबरदस्त उछाल देखा जा रहा है। खासकर गोमती नगर, सुल्तानपुर रोड और कानपुर रोड जैसे इलाकों में प्रॉपर्टी की मांग तेजी से बढ़ रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स, मेट्रो विस्तार और बेहतर कनेक्टिविटी इन क्षेत्रों को निवेशकों के लिए आकर्षक बना रहे हैं।
इंफ्रास्ट्रक्चर विकास बना मुख्य कारण
शहर में बढ़ते फ्लाईओवर, एक्सप्रेसवे और मेट्रो नेटवर्क के विस्तार ने इन इलाकों की संपत्ति कीमतों में इज़ाफ़ा किया है। खासतौर पर लखनऊ-सुल्तानपुर हाईवे और अमेठी-कानपुर एक्सप्रेसवे के विकास से यहां आवासीय और कमर्शियल प्रॉपर्टी की मांग बढ़ी है।
आईटी सेक्टर और कमर्शियल हब का प्रभाव
गोमती नगर पहले से ही आईटी और कॉर्पोरेट हब के रूप में विकसित हो चुका है। कई बड़ी कंपनियां और स्टार्टअप्स यहां अपने कार्यालय स्थापित कर रहे हैं, जिससे रेंटल और आवासीय प्रॉपर्टी की कीमतों में वृद्धि देखी जा रही है।
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Lucknow Startups News 4 मार्च 2025 उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ तेजी से स्टार्टअप हब के रूप में उभर रही है। सरकार की ‘स्टार्टअप इंडिया’ और ‘यूपी स्टार्टअप पॉलिसी’ जैसी योजनाओं के चलते यहां के युवा उद्यमियों को नए अवसर मिल रहे हैं। तकनीक, ई-कॉमर्स, कृषि और हेल्थकेयर जैसे क्षेत्रों में स्टार्टअप्स की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है।
सरकारी योजनाओं का असर
उत्तर प्रदेश सरकार ने Lucknow Startups को बढ़ावा देने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं। ‘यूपी स्टार्टअप नीति 2020’ के तहत नवाचार को प्रोत्साहित करने और नए उद्यमियों को वित्तीय सहायता देने की योजना बनाई गई है। आईटी पार्क, इन्क्यूबेशन सेंटर और को-वर्किंग स्पेस जैसी सुविधाओं की संख्या भी बढ़ाई जा रही है।
बढ़ती निवेश संभावनाएं
लखनऊ में अब बड़े निवेशक भी Startups में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियां यहां के स्टार्टअप इकोसिस्टम में निवेश कर रही हैं। हाल ही में कई फिनटेक और एडटेक स्टार्टअप्स को फंडिंग मिली है, जिससे यह क्षेत्र और मजबूत हो रहा है।
Lucknow Startups के लिए लखनऊ क्यों बना पहली पसंद?
- बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर – शहर में तेजी से विकसित होते आईटी हब और बिजनेस सेंटर।
- कौशल विकास – सरकार और निजी संस्थानों द्वारा चलाए जा रहे ट्रेनिंग प्रोग्राम।
- कम ऑपरेशन लागत – दिल्ली और मुंबई की तुलना में यहां स्टार्टअप्स के लिए कम खर्च में ऑपरेशन संभव।
- सरकारी समर्थन – स्टार्टअप्स को टैक्स छूट, सब्सिडी और अन्य लाभ मिल रहे हैं।
स्थानीय उद्यमियों की राय
एक स्टार्टअप संस्थापक, अंकित शर्मा ने बताया, “लखनऊ में स्टार्टअप के लिए बेहतरीन अवसर मिल रहे हैं। सरकार से अनुदान और इन्क्यूबेशन सुविधाओं की वजह से नए उद्यमियों को काफी मदद मिल रही है।”
भविष्य की संभावनाएं
विशेषज्ञों के अनुसार, अगले 5 वर्षों में लखनऊ स्टार्टअप हब के रूप में और तेजी से विकसित होगा। सरकार का लक्ष्य 2030 तक 10,000 से अधिक स्टार्टअप्स को पंजीकृत करने और रोजगार के नए अवसर पैदा करने का है।
निष्कर्ष:
लखनऊ का स्टार्टअप इकोसिस्टम तेजी से बढ़ रहा है और यह शहर जल्द ही देश के प्रमुख स्टार्टअप हब्स में शामिल हो सकता है। बढ़ती सरकारी सहायता, निवेश और बेहतर सुविधाएं इसे उद्यमियों के लिए आकर्षक गंतव्य बना रही हैं।