लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सक्रिय मानसून ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 46 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिसमें 15 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट और 31 जिलों के लिए येलो अलर्ट शामिल है। गंगा, सरयू, और अन्य नदियों के उफान पर होने से 17 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। लखनऊ में भारी बारिश के कारण सोमवार को कक्षा 12 तक के सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं। इस बीच, सीतापुर में बारिश के कारण दीवार गिरने से दो किशोरियों की दुखद मौत हो गई।
मौसम विभाग का अलर्ट: ऑरेंज और येलो अलर्ट
IMD के अनुसार, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, मथुरा, हाथरस, आगरा, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल, और बदायूं में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, संतकबीरनगर, बस्ती, महाराजगंज, हरदोई, फरुखाबाद, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, अयोध्या, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, कासगंज, एटा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, और जालौन में येलो अलर्ट जारी है। सभी 64 जिलों में गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की आशंका भी जताई गई है।
लखनऊ में रविवार को मलिहाबाद में सर्वाधिक 52.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि सोमवार और मंगलवार को भी बूंदाबांदी और हल्की बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है।
बाढ़ का संकट: 17 जिले प्रभावित
यूपी के 17 जिलों में बाढ़ ने तबाही मचाई है, जिसमें प्रयागराज, वाराणसी, मिर्जापुर, बलिया, और गंगा किनारे बसे अन्य इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। प्रयागराज में करेला बाग और अन्य निचले इलाकों में घुटनों तक पानी भर गया है, जहां लोग नावों से आवागमन कर रहे हैं। वाराणसी में गंगा का जलस्तर 72.1 मीटर तक पहुंच गया है, जो खतरे के निशान (71.26 मीटर) से ऊपर है। अस्सी घाट क्षेत्र में सड़कों तक पानी पहुंच चुका है। अयोध्या में सरयू नदी के उफान से जलवानपुरा क्षेत्र डूब गया है।
प्रयागराज के जिला मजिस्ट्रेट मनीष कुमार वर्मा ने बताया कि 106 स्थान प्रभावित हैं, जिनमें 49 शहरी और 57 ग्रामीण क्षेत्र शामिल हैं। 18 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, और 84,000 से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं।
सीतापुर में दुखद हादसा
सीतापुर के सिधौली तहसील के खैरनदेश नगर में शनिवार रात भारी बारिश के कारण एक कच्ची दीवार गिर गई, जिसमें दो किशोरियां, चांदनी (15) और शिवानी (13), मलबे में दबकर मर गईं। उनके नाना घायल हुए और उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर शोक व्यक्त किया और घायल के इलाज के निर्देश दिए।
लखनऊ में स्कूल बंद, प्रशासन अलर्ट
लखनऊ के जिला मजिस्ट्रेट विशाख जी. अय्यर ने भारी बारिश और जलभराव की आशंका को देखते हुए सोमवार को कक्षा 1 से 12 तक के सभी सरकारी और निजी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया। लोगों को अनावश्यक बाहर न निकलने और पुरानी इमारतों, बिजली के तारों, और खुले नालों से दूर रहने की सलाह दी गई है। अस्पतालों को सांप काटने, बिजली का झटका, और जलजनित बीमारियों के इलाज के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
राहत कार्य: सीएम योगी की सख्ती
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ प्रभावित 12 जिलों में राहत कार्यों की निगरानी के लिए 11 मंत्रियों की विशेष टीम गठित की है। उन्होंने मंत्रियों को प्रभावित क्षेत्रों में “ग्राउंड जीरो” पर रहकर राहत कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। CM ने बांधों की 24×7 निगरानी, जलभराव वाले क्षेत्रों से पानी निकासी, और राहत शिविरों में भोजन, दवा, और स्वच्छता की व्यवस्था पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि किसी भी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बाढ़ से संबंधित सहायता के लिए NDRF हेल्पलाइन (+91-9711077372) पर संपर्क करें।
यह भी पढ़ें- पुलिस की पिटाई से गर्भवती महिला का गर्भपात, 20 पुलिसकर्मियों पर FIR का आदेश