वाराणसी : वाराणसी में बलरामपुर के छांगुर बाबा मामले की तर्ज पर एक और चौंकाने वाला धर्मांतरण का मामला सामने आया है। सिगरा थाना क्षेत्र की एक हिंदू महिला ने डॉ. नईम कादरी उर्फ पीर बाबा पर गंभीर आरोप लगाए, जिसमें उसकी बेटी का जबरन धर्मांतरण कर निकाह करने और बेटे का धर्म परिवर्तन कराने का दबाव बनाना शामिल है। विरोध करने पर कादरी ने मारपीट और जान से मारने की धमकी दी। वाराणसी पुलिस ने शिकायत के बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए कादरी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पीड़ित परिवार अभी भी सदमे में है और इस मामले ने शहर में तीखी चर्चा छेड़ दी है।
पीड़िता की आपबीती: दस साल का शोषण
सिगरा थाना क्षेत्र के जयप्रकाश नगर की रहने वाली पीड़ित महिला ने बताया कि करीब 10 साल पहले स्वास्थ्य समस्याओं के कारण वह डॉ. नईम कादरी के संपर्क में आई थी। कादरी, जो नई सड़क, शेख सलीम फाटक पर ‘राहत दवाखाना’ चलाता है, दिन में डॉक्टर के रूप में इलाज करता है और रात में ‘पीर बाबा’ बनकर तांत्रिक अनुष्ठान करता है। महिला ने आरोप लगाया कि कादरी ने इलाज के नाम पर नशीली दवाएं दीं, जिनसे वह बेहोश हो जाती थी। दवा का असर खत्म होने पर उसे लगता था कि उसके साथ कुछ गलत हुआ है। कादरी की हरकतों के कारण मोहल्ले वाले भी महिला को अपमानित करते थे, और विरोध होने पर वह परिवार का घर बदलवा देता था।
महिला ने बताया कि कादरी ने उसके घर में ‘गद्दी’ जमाने की मांग की और लगातार आने-जाने लगा, खासकर जब उसका पति घर पर नहीं होता था। उसने परिवार को रिश्तेदारों से अलग कर दिया और बच्चों के आधार कार्ड पर ‘खान’ उपनाम जोड़ने का दबाव बनाया। जब महिला ने इसका विरोध किया, तो कादरी ने मारपीट शुरू की और धमकी दी, “बेटी का निकाह और बेटे का धर्मांतरण कराओ, नहीं तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहो।”
पति की शिकायत: धमकियां और मनमानी
पीड़िता के पति ने बताया कि कादरी ने उनकी पारिवारिक परेशानियों का फायदा उठाकर उन्हें अपने वश में कर लिया। उसने पति-पत्नी के बीच दूरी बनाई और रिश्तेदारों से संपर्क तोड़ने के लिए उकसाया। पति ने कहा, “वह मेरी पत्नी के इलाज के नाम पर मनमानी करता था। मेरे न होने पर घर आकर सो जाता था। मना करने पर धमकाता था।” 23 जुलाई 2025 को कादरी ने घर में घुसकर धमकी दी कि बेटी का निकाह कराओ, नहीं तो पूरे परिवार को काट दूंगा। 29 जुलाई को वह पति की दुकान पर पहुंचा और बोला, “बेटी का निकाह कराओ, वरना गोली मार दूंगा।” इसके बाद परिवार ने सिगरा थाने में FIR दर्ज की।
पुलिस की कार्रवाई
सिगरा थाना पुलिस ने शिकायत के आधार पर तुरंत कार्रवाई की। 31 जुलाई 2025 को डॉ. नईम कादरी को नई सड़क, शेख सलीम फाटक से गिरफ्तार किया गया। 1 अगस्त को श्री शिव प्रसाद गुप्त अस्पताल में उसका मेडिकल कराया गया और उसे जेल भेज दिया गया। चेतगंज सर्किल के एसीपी ईशान सोनी ने बताया, “आरोपी कादरी पीड़िता के परिवार को लंबे समय से परेशान कर रहा था। उसने बेटी का धर्मांतरण कर निकाह करने और बेटे का धर्म परिवर्तन कराने का दबाव बनाया। विरोध करने पर मारपीट और जान से मारने की धमकी दी।” कादरी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 323 (मारपीट), 506 (आपराधिक धमकी), और उत्तर प्रदेश धर्म स्वातंत्र्य अधिनियम, 2021 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
छांगुर बाबा से समानता
यह मामला बलरामपुर के छांगुर बाबा (जमालुद्दीन) मामले से मिलता-जुलता है, जहां संगठित धर्मांतरण रैकेट का खुलासा हुआ था। यूपी ATS ने जुलाई 2025 में छांगुर को गिरफ्तार किया था, और जांच में उसके नेटवर्क के तार विदेशों तक जुड़े पाए गए थे। कादरी का मामला भी संगठित धर्मांतरण की आशंका को बल देता है। पुलिस कादरी के कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) और डिस्पेंसरी के लाइसेंस की जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या वह किसी बड़े नेटवर्क का हिस्सा है।
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