भारत में अपाचे हेलीकॉप्टरों का पहला बैच पहुंचा, जोधपुर में तैनाती से बढ़ेगी सेना की ताकत

नई दिल्ली : भारतीय सेना के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि में, अमेरिका से छह AH-64E अपाचे अटैक हेलीकॉप्टरों का पहला बैच भारत पहुंच गया। ये अत्याधुनिक हेलीकॉप्टर हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पर उतरे और जल्द ही जोधपुर में 451 एविएशन स्क्वाड्रन में तैनात होंगे। इस कदम से पश्चिमी सीमा पर सेना की मारक क्षमता में अभूतपूर्व बढ़ोतरी होगी।

अपाचे: दुनिया का सबसे घातक हेलीकॉप्टर

बोइंग द्वारा निर्मित AH-64E अपाचे, जिसे ‘टैंक इन द स्काई’ कहा जाता है, दुनिया का सबसे उन्नत कॉम्बेट हेलीकॉप्टर है। यह 30 एमएम चेन गन, हेलफायर मिसाइल्स, 70 एमएम हाइड्रा रॉकेट्स और लॉन्गबो रडार से लैस है। यह दिन-रात और किसी भी मौसम में सटीक हमले कर सकता है।

Apache Helicopter

डिलीवरी में देरी, अब रणनीतिक बढ़त

2020 में 4160 करोड़ रुपये (600 मिलियन डॉलर) के सौदे के तहत छह अपाचे ऑर्डर किए गए थे। मई 2024 में डिलीवरी होनी थी, लेकिन वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में रुकावटों के कारण यह 15 महीने देरी से 22 जुलाई 2025 को पूरी हुई। बाकी तीन हेलीकॉप्टर दिसंबर 2025 तक पहुंचेंगे। ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाक सीमा पर बढ़े तनाव के बीच यह तैनाती रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है।

जोधपुर में तैनाती और सेना की ताकत

जोधपुर के नगतलाव में मार्च 2024 में अपाचे के लिए बुनियादी ढांचा तैयार किया गया था। ये हेलीकॉप्टर रेगिस्तानी इलाकों में टैंकों और बख्तरबंद वाहनों के खिलाफ प्रभावी होंगे। भारतीय सेना के पास पहले से स्वदेशी LCH प्रचंड, ALH ध्रुव, रुद्र, चीता और चेतक हेलीकॉप्टर हैं। भारतीय वायुसेना के पास भी 22 अपाचे हैं, जो पठानकोट और जोरहाट में तैनात हैं।

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