नई दिल्ली: भारत की खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) को नया प्रमुख मिल गया है। वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी पराग जैन को RAW का अगला चीफ नियुक्त किया गया है। वे 30 जून 2025 को सेवानिवृत्त हो रहे वर्तमान प्रमुख रवि सिन्हा की जगह लेंगे। सरकारी सूत्रों के अनुसार, पराग जैन को दो वर्ष के कार्यकाल के लिए नियुक्त किया गया है, जो 1 जुलाई 2025 से शुरू होगा।
एविएशन रिसर्च सेंटर के प्रमुख रहे जैन
पराग जैन वर्तमान में RAW के एविएशन रिसर्च सेंटर (ARC) के प्रमुख हैं, जो हवाई निगरानी (एरियल सर्विलांस), सिग्नल्स इंटेलिजेंस (SIGINT), और इमेजरी इंटेलिजेंस (IMINT) जैसे रणनीतिक कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जैन ने अपने करियर में खुफिया तंत्र और रणनीतिक ऑपरेशनों में अपनी विशेषज्ञता साबित की है, खासकर भारत के पड़ोसी देशों से संबंधित मामलों में।
ऑपरेशन सिंदूर में अहम योगदान
पराग जैन को खास तौर पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए जाना जाता है। इस ऑपरेशन में उनकी अगुवाई में इकट्ठा की गई खुफिया जानकारी ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ढांचों पर सटीक मिसाइल हमलों को संभव बनाया। उनकी रणनीतिक दक्षता और मानव खुफिया (HUMINT) व तकनीकी खुफिया (TECHINT) के समन्वय ने इस ऑपरेशन को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
पड़ोसी देशों और खालिस्तान पर विशेषज्ञता
1989 बैच के पंजाब कैडर के आईपीएस अधिकारी पराग जैन ने RAW के भीतर पाकिस्तान डेस्क को लंबे समय तक संभाला है। वे जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 के निरस्तीकरण के दौरान संवेदनशील सूचनाओं के प्रबंधन में भी शामिल रहे। इसके अलावा, कनाडा और श्रीलंका में भारतीय मिशनों में उनकी सेवाएं खालिस्तानी गतिविधियों और क्षेत्रीय सुरक्षा से जुड़े मामलों में महत्वपूर्ण रही हैं।
पंजाब में आतंकवाद के खिलाफ अनुभव
जैन ने अपने करियर की शुरुआत पंजाब में आतंकवाद के चरम काल के दौरान की, जहां उन्होंने भटिंडा, मानसा, होशियारपुर, चंडीगढ़ (SSP) और लुधियाना (DIG) में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाईं। उनकी यह अनुभव उन्हें असममित खतरों से निपटने में विशेषज्ञ बनाता है। 1 जनवरी 2021 को उन्हें पंजाब में डीजीपी रैंक में पदोन्नत किया गया था, हालांकि उस समय वे केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर थे।
चुनौतियों के बीच नई जिम्मेदारी
जैन की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब भारत की बाहरी सुरक्षा चुनौतियां जटिल हो रही हैं। पाकिस्तान की सैन्य आक्रामकता और सीमा पार घुसपैठ की बढ़ती घटनाओं के बीच RAW को अपनी क्षमताओं को और मजबूत करने की जरूरत है। जैन की रणनीतिक सोच और क्षेत्रीय विशेषज्ञता से एजेंसी को नई दिशा मिलने की उम्मीद है।
नियुक्ति की प्रक्रिया
मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने 28 जून 2025 को पराग जैन की नियुक्ति को मंजूरी दी, जिससे रवि सिन्हा के उत्तराधिकारी को लेकर चल रही अटकलों का अंत हुआ। उनकी नियुक्ति को खुफिया समुदाय में एक रणनीतिक और अनुभव-आधारित फैसला माना जा रहा है।
पराग जैन के नेतृत्व में RAW से राष्ट्रीय हितों की रक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए प्रभावी खुफिया ऑपरेशनों की उम्मीद की जा रही है।
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