नई दिल्ली: भारत ने इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) और उसके 57 सदस्य देशों को जम्मू-कश्मीर पर गलत बयानबाजी के लिए कड़ी फटकार लगाई है। विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा है, जो भारतीय संविधान में स्पष्ट रूप से निहित है और यह तथ्य अपरिवर्तनीय है। भारत ने OIC पर पाकिस्तान के प्रभाव में आकर तथ्यात्मक रूप से गलत और अनुचित बयान देने का आरोप लगाया।
OIC की बयानबाजी पर भारत का जवाब
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि OIC का कश्मीर पर बयान पाकिस्तान के इशारे पर दिया गया है, जो पूरी तरह से अस्वीकार्य है। उन्होंने कहा, “OIC को भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने का कोई अधिकार नहीं है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत के संप्रभु क्षेत्र हैं, और इस पर किसी भी बाहरी टिप्पणी की कोई जरूरत नहीं है।” भारत ने OIC से आग्रह किया कि वह ऐसी गैर-जिम्मेदाराना बयानबाजी से बचे और तथ्यों का सम्मान करे।
पाकिस्तान पर भारत का हमला
भारत ने पाकिस्तान को आतंकवाद का पोषक करार देते हुए कहा कि वह आतंकवाद को एक राजकीय नीति के रूप में इस्तेमाल करता है। विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा, “पाकिस्तान ने आतंकवाद को एक कौशल के रूप में अपनाया है और क्षेत्रीय अस्थिरता को बढ़ावा देता है। OIC को पाकिस्तान के इस व्यवहार पर सवाल उठाने चाहिए, न कि भारत के आंतरिक मामलों में दखल देना चाहिए।” भारत ने 22 अप्रैल 2025 के पहलगाम हमले का हवाला देते हुए कहा कि पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद क्षेत्र के लिए खतरा है।
OIC का विवादित रुख
OIC ने हाल ही में अपनी बैठक में जम्मू-कश्मीर पर एक प्रस्ताव पारित किया था, जिसमें कथित तौर पर भारत की नीतियों की आलोचना की गई थी। भारत ने इसे एकतरफा और तथ्यहीन करार दिया। विदेश मंत्रालय ने कहा कि OIC का यह रुख न केवल भारत की संप्रभुता का उल्लंघन करता है, बल्कि यह संगठन की विश्वसनीयता को भी कमजोर करता है। भारत ने OIC के सदस्य देशों से अपील की कि वे तथ्यों के आधार पर स्थिति को समझें और पाकिस्तान के दुष्प्रचार का शिकार न हों।