व्यापार: रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (RCPL) ने भारत के सॉफ्ट ड्रिंक मार्केट में तहलका मचाने के लिए ₹6000-8000 करोड़ की भारी-भरकम निवेश योजना की घोषणा की है। इस मेगा प्लान के तहत कंपनी अगले 12-15 महीनों में देशभर में 10-12 नई ग्रीनफील्ड और को-पैकिंग फैक्ट्रियां स्थापित करेगी। इसका मकसद कैंपा कोला और अन्य बेवरेज ब्रांड्स की उत्पादन क्षमता बढ़ाकर कोका-कोला और पेप्सी जैसे वैश्विक दिग्गजों के साथ-साथ क्षेत्रीय ब्रांड्स को कड़ी टक्कर देना है।
निवेश का उद्देश्य
रिलायंस का यह निवेश अब तक का सबसे बड़ा कैपेक्स (पूंजीगत व्यय) है, जो कंपनी की सॉफ्ट ड्रिंक मार्केट में पकड़ मजबूत करने की रणनीति का हिस्सा है। कंपनी का लक्ष्य मार्च 2027 तक अपने बेवरेज प्रोडक्ट्स को देश के हर कोने में उपलब्ध कराना है। रिलायंस ने पहले ही गुवाहाटी में जेरिको फूड्स एंड बेवरेजेज LLP के साथ एक प्लांट शुरू किया है, और बिहार में एक नई प्रोडक्शन यूनिट निर्माणाधीन है। ये प्लांट सॉफ्ट ड्रिंक और बोतलबंद पानी के उत्पादन को बढ़ाएंगे।
कैंपा कोला की आक्रामक रणनीति
रिलायंस ने 2022 में मात्र ₹22 करोड़ में प्योर ड्रिंक्स ग्रुप से कैंपा कोला ब्रांड खरीदा और 2023 में इसे नए अवतार में लॉन्च किया। कैंपा कोला, कैंपा ऑरेंज, कैंपा लेमन, सोस्यो, स्पिनर स्पोर्ट्स ड्रिंक, सन क्रश जूस, रसकिक फ्रूट ड्रिंक, और इंडिपेंडेंस बोतलबंद पानी जैसे प्रोडक्ट्स के साथ कंपनी ने बाजार में धमाकेदार एंट्री की है। कैंपा कोला की 200 मिलीलीटर बोतल ₹10 और 500 मिलीलीटर बोतल ₹20 में बेची जा रही है, जो कोका-कोला और पेप्सी की 250 मिलीलीटर बोतल (₹20) से लगभग आधी कीमत है।
आधे दाम, दोगुना प्रभाव
रिलायंस की आक्रामक मूल्य निर्धारण रणनीति ने कोका-कोला और पेप्सी को मजबूर कर दिया है कि वे अपने प्रचार और छोटे पैक लॉन्च करें। उदाहरण के लिए, कोका-कोला ने हाल ही में 350 मिलीलीटर की बोतल (150 मिलीलीटर मुफ्त) ₹20 में लॉन्च की। रिलायंस अपने रिटेल नेटवर्क (रिलायंस फ्रेश, रिलायंस स्मार्ट, जियोमार्ट) और 6-8% के ऊंचे रिटेलर मार्जिन का लाभ उठाकर कैंपा को ग्रामीण और शहरी दोनों बाजारों में लोकप्रिय बना रही है। FY25 में कैंपा और इंडिपेंडेंस ने ₹1000 करोड़ का राजस्व पार किया, और RCPL का कुल राजस्व ₹11,500 करोड़ रहा।
नॉस्टैल्जिया और नई रणनीति का मिश्रण
1970 और 1980 के दशक में भारतीय घरों में लोकप्रिय कैंपा कोला को रिलायंस ने “नए भारत का अपना ठंडा” टैगलाइन के साथ पुनर्जनन किया है। कंपनी ने पूर्व क्रिकेटर मुथैया मुरलीधरन के साथ मिलकर ₹10 में 250 मिलीलीटर का स्पिनर स्पोर्ट्स ड्रिंक लॉन्च किया, जो पेप्सी के गटोरेड और स्टिंग (₹20) से सस्ता है। यह रणनीति न केवल कीमतों पर केंद्रित है, बल्कि रिलायंस के विशाल वितरण नेटवर्क और नॉस्टैल्जिक ब्रांडिंग के जरिए उपभोक्ताओं को आकर्षित कर रही है।
मार्केट पर प्रभाव
भारत का सॉफ्ट ड्रिंक मार्केट, जो 2023 में $8.85 बिलियन का था, 2030 तक ₹1.47 लाख करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है। कोका-कोला (60% मार्केट शेयर) और पेप्सी (33% मार्केट शेयर) का दबदबा रहा है, लेकिन कैंपा ने चुनिंदा राज्यों में 10% से अधिक मार्केट शेयर हासिल कर लिया है। विश्लेषकों का कहना है कि रिलायंस की कम कीमत और व्यापक वितरण रणनीति ने टाटा कंज्यूमर और वरुण बेवरेजेज जैसे प्रतिस्पर्धियों को भी प्रभावित किया है।
वैश्विक महत्वाकांक्षा
रिलायंस ने कैंपा कोला को पश्चिम एशिया और अफ्रीका में ले जाने की योजना बनाई है, जहां अमेरिकी ब्रांड्स के खिलाफ बॉयकॉट का फायदा उठाने की रणनीति है। कंपनी का लक्ष्य स्थानीय और क्षेत्रीय ब्रांड्स को टक्कर देते हुए वैश्विक स्तर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराना है।