नई दिल्ली: कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जिसका नाम सुनते ही लोग घबरा जाते हैं, खासकर जब शरीर में कोई गांठ दिखाई दे। एक आम सवाल जो लोगों के मन में उठता है, वह है- क्या कैंसर की गांठ में दर्द होता है? इस विषय पर विशेषज्ञों की राय और हाल के शोधों से पता चलता है कि कैंसर की गांठ दर्दनाक हो भी सकती है और नहीं भी, यह कई कारकों पर निर्भर करता है।
कैंसर की गांठ और दर्द का संबंध
ऑन्कोलॉजी विशेषज्ञ डॉ. मीनू वालिया (मैक्स हॉस्पिटल, दिल्ली) के अनुसार, हर गांठ कैंसर नहीं होती, और कैंसर की गांठ हमेशा दर्द का कारण नहीं बनती। “लगभग 90% गांठें गैर-कैंसरयुक्त (बिनाइन) होती हैं, जो आमतौर पर दर्दरहित होती हैं। हालांकि, कैंसर की गांठ (मैलिग्नेंट) शुरुआत में दर्दरहित हो सकती है, लेकिन जैसे-जैसे ट्यूमर बढ़ता है, यह आसपास के ऊतकों या नसों पर दबाव डाल सकता है, जिससे दर्द हो सकता है,” डॉ. वालिया ने बताया।
उदाहरण के लिए, स्तन कैंसर में गांठ अक्सर शुरुआत में दर्दरहित होती है, लेकिन अगर यह बढ़कर त्वचा या निप्पल को प्रभावित करती है, तो दर्द या असहजता हो सकती है। वहीं, फेफड़ों या पेट के कैंसर में गांठ अगर नसों या अंगों पर दबाव बनाए, तो दर्द का अनुभव हो सकता है।
दर्दरहित गांठ को नजरअंदाज न करें
विशेषज्ञों ने चेतावनी दी कि दर्द न होने वाली गांठ को सामान्य मानकर नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। “बिना दर्द की गांठ भी कैंसर हो सकती है, खासकर अगर उसमें से खून आए या आकार बढ़े,” डॉ. प्रमोद कुमार जुल्का (मैक्स हॉस्पिटल) ने कहा।
उन्होंने बताया कि कैंसर की गांठ का दर्द ट्यूमर के प्रकार, स्थान, और स्टेज पर निर्भर करता है। उदाहरण के लिए, रक्त कैंसर (ल्यूकेमिया) में गांठें कम होती हैं, लेकिन हड्डियों में दर्द हो सकता है।
कब कराएं जांच?
विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि अगर शरीर में कोई गांठ 2-3 सप्ताह से ज्यादा समय तक बनी रहे, उसका आकार बढ़े, या त्वचा में बदलाव, खून बहना, या वजन कम होना जैसे लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। मैमोग्राम, अल्ट्रासाउंड, बायोप्सी, या MRI जैसे टेस्ट कैंसर की पुष्टि कर सकते हैं।
जागरूकता और बचाव
कैंसर से बचाव के लिए स्वस्थ जीवनशैली अपनाना जरूरी है। डॉ. वालिया ने सुझाव दिया कि धूम्रपान और शराब से बचें, नियमित व्यायाम करें, और फल-सब्जियों से भरपूर आहार लें। इसके अलावा, कैंसर इंश्योरेंस प्लान वित्तीय बोझ को कम करने में मददगार हो सकता है।
Disclaimer: कैंसर की गांठ में दर्द हो या न हो, इसे हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है। विशेषज्ञों की सलाह है कि किसी भी असामान्य गांठ की जांच तुरंत कराएं। समय पर निदान और इलाज से कैंसर को हराना संभव है।
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