प्योंगयांग: उत्तर कोरिया के चोंगजिन बंदरगाह पर 5,000 टन के विध्वंसक युद्धपोत की लॉन्चिंग के दौरान हादसा हो गया, जिससे जहाज का निचला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। यह घटना किम जोंग उन की मौजूदगी में हुई, जिन्होंने इसे “आपराधिक लापरवाही” करार देते हुए सैन्य अधिकारियों, वैज्ञानिकों और शिपयार्ड संचालकों को जिम्मेदार ठहराया। अब चोंगजिन शिपयार्ड के प्रबंधक को तलब किया गया है, और दोषियों की गिरफ्तारी की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
हादसे का विवरण
बुधवार को नौसेना के लिए अहम इस युद्धपोत को पानी में उतारा जा रहा था, लेकिन लॉन्चिंग स्लेड के असंतुलन के कारण जहाज रैंप से फिसलकर फंस गया। इससे जहाज का संतुलन बिगड़ा और हल का निचला हिस्सा कुचल गया। किम जोंग उन ने इसे राष्ट्रीय सम्मान पर धब्बा बताया और जून में होने वाली वर्कर्स पार्टी की बैठक से पहले जहाज को ठीक करने का आदेश दिया।
जांच और कार्रवाई
उत्तर कोरिया की सेंट्रल मिलिट्री कमीशन ने हादसे की जांच शुरू कर दी है। केसीएनए के अनुसार, जहाज को कोई गंभीर नुकसान नहीं हुआ और इसे 10 दिनों में ठीक किया जा सकता है। हालांकि, कमीशन ने हादसे को “अक्षम्य आपराधिक कृत्य” करार देते हुए कहा कि जिम्मेदार लोग सजा से नहीं बच सकते। दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की तलवार लटक रही है।
किम का नौसैनिक महत्वाकांक्षा
किम जोंग उन अमेरिका और दक्षिण कोरिया से कथित खतरों का मुकाबला करने के लिए नौसेना को आधुनिक बनाना चाहते हैं। यह युद्धपोत, जो चोए ह्योन क्लास का हिस्सा है, मिसाइलों और परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है। हादसे ने नौसेना के आधुनिकीकरण पर सवाल उठाए हैं।
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