नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना ने 7 मई 2025 को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर (PoJK) में जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए। इन हमलों में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए, जिनमें पांच शीर्ष आतंकी शामिल हैं। यह कार्रवाई 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब थी, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने इसे “सटीक, गैर-उत्तेजक और आतंकवाद के खिलाफ केंद्रित” कार्रवाई बताया।
मारे गए शीर्ष आतंकी ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए पांच प्रमुख आतंकियों की सूची इस प्रकार है:
-
मुदस्सर खादियन खास उर्फ अबू जुंडल (लश्कर-ए-तैयबा)
मुदस्सर लश्कर-ए-तैयबा का मुरीदके स्थित मरकज तैयबा का प्रभारी था और 26/11 मुंबई हमले में शामिल था। उसके अंतिम संस्कार में पाकिस्तानी सेना के लेफ्टिनेंट जनरल और पंजाब पुलिस के आईजी शामिल हुए। नमाज जमात-उद-दावा के हाफिज अब्दुल रऊफ ने सरकारी स्कूल में पढ़ाई। -
हाफिज मुहम्मद जमील (जैश-ए-मोहम्मद)
जैश-ए-मोहम्मद का प्रमुख सदस्य और मौलाना मसूद अजहर का साला। बहावलपुर के मरकज सुभान अल्लाह में युवाओं के कट्टरपंथीकरण और वित्तीय गतिविधियों का जिम्मेदार था। -
मोहम्मद यूसुफ अजहर (जैश-ए-मोहम्मद)
मसूद अजहर का साला और 1999 के IC-814 हाइजैकिंग का वांछित आरोपी। जैश के हथियार प्रशिक्षण कार्यक्रमों का प्रभारी था और जम्मू-कश्मीर में कई हमलों से जुड़ा था। -
खालिद उर्फ अबू अकाशा (लश्कर-ए-तैयबा)
जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड और अफगानिस्तान से हथियार तस्करी में शामिल। फैसलाबाद में उसके अंतिम संस्कार में पाकिस्तानी सेना के वरिष्ठ अधिकारी और डिप्टी कमिश्नर मौजूद थे। -
मोहम्मद हसन खान (जैश-ए-मोहम्मद)
जैश के PoK कमांडर मुफ़्ती असगर खान कश्मीरी का बेटा। जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों की योजना बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता था।
ऑपरेशन का महत्व
ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय वायुसेना ने राफेल विमानों, SCALP मिसाइलों, AASM हैमर ग्लाइड बमों, कामिकाजी ड्रोन्स और लॉन्ग-रेंज आर्टिलरी का इस्तेमाल किया। हमले बहावलपुर, मुरीदके, कोटली, मुजफ्फराबाद जैसे प्रमुख आतंकी ठिकानों पर किए गए। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह ऑपरेशन “आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ इच्छाशक्ति” का प्रतीक है।
पाकिस्तान का जवाब और तनाव
पाकिस्तान ने हमलों के बाद LoC पर भारी गोलीबारी की, जिसमें 15 भारतीय नागरिक मारे गए। पाकिस्तानी सेना ने दावा किया कि उसने पांच भारतीय जेट्स गिराए, जिसे भारत ने खारिज किया। पाकिस्तान ने अपने हवाई क्षेत्र को 48 घंटे के लिए बंद कर दिया और पंजाब में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
अमेरिका, इजरायल और यूरोपीय संघ ने पहलगाम हमले की निंदा की और भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन किया। कतर और ईरान ने दोनों देशों से तनाव कम करने की अपील की। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवल ने अमेरिका, ब्रिटेन और सऊदी अरब के समकक्षों से बात की।
Also Read: IMF में पाकिस्तान को ऋण: भारत की अनुपस्थिति का विश्लेषण, आतंकवाद पर जताई चिंता