बंगाल मुर्शिदाबाद: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ संशोधन कानून, 2025 के विरोध में हुए प्रदर्शनों ने हिंसक रूप ले लिया। जंगीपुर और शमशेरगंज जैसे इलाकों में जुमे की नमाज के बाद उग्र भीड़ ने कथित तौर पर हिंदू घरों और दुकानों को निशाना बनाया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, हिंसा में तीन लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें एक हिंदू पिता-पुत्र की घर में घुसकर हत्या का मामला शामिल है। स्थानीय निवासियों का दावा है कि मुस्लिम बहुल इलाकों में हिंदुओं के घर और दुकानें चुन-चुनकर जलाई गईं, जबकि पड़ोस में मुस्लिम संपत्तियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।
लूटपाट और आगजनी से दहशत
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि उपद्रवियों ने दुकानों और मकानों में लूटपाट के बाद आग लगा दी। एक पीड़ित ने कहा, “मेरे पड़ोस में मुस्लिम का घर और दुकान सुरक्षित है, लेकिन मेरा मकान और दुकान लूट लिया गया।” हिंसा में 15 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए 1,600 पैरामिलिट्री फोर्स के जवान तैनात किए गए हैं।
बीएसएफ तैनात, कोर्ट का हस्तक्षेप
कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश पर केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) की तैनाती बढ़ाई गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया कि राज्य में वक्फ कानून लागू नहीं होगा, जबकि बीजेपी नेता सुवendu अधिकारी ने हिंसा को साजिशन करार दिया। अब तक 150 से अधिक लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
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तनाव बरकरार, केंद्र की नजर
केंद्र सरकार ने बंगाल प्रशासन को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं और इलाके में तनाव बना हुआ है। पुलिस ने अफवाहों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।