News Delhi: दिल्ली पुलिस ने Love Jihad और मानव तस्करी से जुड़े एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह के सदस्यों द्वारा देशभर से हिंदू लड़कियों को बहला-फुसलाकर फंसाया जाता था और फिर उन्हें नशे का इंजेक्शन देकर अवैध तस्करी के लिए इस्तेमाल किया जाता था।
कैसे होता था लड़कियों का शिकार?
इस गिरोह में शामिल नूरशेद आलम, मोहम्मद राहुल आलम, अब्दुल मन्नान, तौसीफ रेक्सा, शमीम आलम, मोहम्मद जरुल और मोनिश नाम के अपराधी हिंदू लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाकर उन्हें एक अंडरग्राउंड हॉल में कैद कर देते थे। यहां से डिमांड आने पर उन्हें नशे के इंजेक्शन देकर अलग-अलग जगह सप्लाई किया जाता था।
पुलिस ने 23 लड़कियों को बचाया
दिल्ली पुलिस ने इस गिरोह पर बड़ी कार्रवाई करते हुए 23 लड़कियों को इनके चंगुल से छुड़ा लिया। पुलिस के अनुसार, इस गिरोह की देशभर में कई जगहों पर मजबूत जड़ें फैली हुई हैं और इसे जल्द ही पूरी तरह से खत्म करने के लिए बड़े स्तर पर जांच की जा रही है।
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लड़कियों की सुरक्षा को लेकर बढ़ी चिंता
इस खुलासे के बाद हिंदू लड़कियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। पुलिस और सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है ताकि ऐसी घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।
इस घटना ने समाज को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि कैसे धर्म के नाम पर लड़कियों की जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है और उन्हें अंधेरे में धकेला जा रहा है। न्यूज़ सोर्स: सोशल मीडिया
नोट: हम इस खबर की पुष्टि नहीं करते हैं। इस खबर को पड़ताल करने के बाद पता चला की ये खबर एक सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ दिल्ली पुलिस द्वारा किया गया है जिसमे 3 नाबालिग लड़कियों समेत 7 नेपाली नागरिक गिरफ्तार हुए हैं। इस गिरोह को चलने वाले मुख्य लोग शामिल हैं जो की इस प्रकार हैं, नूरशेद आलम, मोहम्मद राहुल आलम, अब्दुल मन्नान, तौसीफ रेक्सा, शमीम आलम, मोहम्मद जरुल और मोनिश। यह घटना लव जिहाद का नहीं है।